वसई के वालीव इलाके में 20 जून को एकतरफा प्यार का खौफनाक अंत देखने को मिला. 22 साल की आरती यादव की हत्या के आरोप में पुलिस ने 29 साल के रोहित यादव को गिरफ्तार किया है।
रोहित ने पुलिस को बताया कि उसने आवेश में यह कदम उठाया क्योंकि उसका मानना था कि आरती ने उसे धोखा दिया है। पुलिस जांच में सामने आया है कि दोनों पहले किसी समय रिश्ते में थे, लेकिन बाद में उनका ब्रेकअप हो गया। रोहित ने पुलिस को बताया कि उसने हाल ही में आरती को किसी दूसरे आदमी के साथ देखा था। इस बात से गुस्से में उसने आरती का फोन छीन लिया और उस शख्स को धमकाया जिसके साथ आरती को देखने का उसे शक था। आरती ने रोहित की इस हरकत का विरोध किया जिससे दोनों में बहस हो गई।
वारदात के बाद रोहित इतना डिप्रेशन में चला गया कि उसने कथित तौर पर दो बार आत्महत्या की कोशिश भी की। पहली बार उसने नालासोपारा में लोकल ट्रेन के सामने कूदने का प्रयास किया लेकिन वहां मौजूद लोगों ने उसे बचा लिया। दूसरी बार उसने सड़क पर दौड़ती हुई बस के आगे कूदने की कोशिश की लेकिन आवारा कुत्ते की वजह से अचानक बस रुक गई और उसे फिर से बचा लिया गया।
रोहित के पुलिस को बताए अनुसार, वो आरती और उसके परिवार की आर्थिक मदद भी करता था। हालांकि, कोरोना महामारी के बाद से उसकी आर्थिक स्थिति ठीक न होने के कारण ये मदद रुक गई। रोहित का दावा है कि शादी के लिए आरती के घरवालों ने उसपर घर खरीदने का दबाव बनाया था। इसके अलावा, रोहित ने पुलिस को बताया कि उसने आरती को हायर सेंकेडरी पास करने के बाद नौकरी भी दिलाई थी। मगर कथित तौर पर ऑफिस में किसी सहकर्मी के साथ आरती के रिश्ते बनने के बाद उसने रोहित को नजरअंदाज करना शुरू कर दिया। रोहित का कहना है कि इसी धोखे की भावना में उसने गुस्से में आकर ये जघन्य अपराध कर डाला।
पुलिस इस मामले की गंभीरता को समझते हुए मजबूत केस तैयार कर रही है। उनका कहना है कि रोहित ने जो भी कारण बताए हैं, उनकी हरकत किसी भी मायने में सही नहीं ठहराई जा सकती।
बुधवार को पुलिस ने रोहित को कोर्ट में पेश किया. हालांकि शुरुआत में कोर्ट ने उसे मजिस्ट्रेट कस्टडी में भेज दिया, बाद में मजबूत सबूतों के आधार पर सेशन कोर्ट ने पुलिस की रिमांड मांग को स्वीकारते हुए 6 दिन की पुलिस कस्टडी मंजूर कर दी।
ये भी पढ़ें: तमिलनाडु में जहरीली शराब से 25 लोगों की मौत, 60 से अधिक अस्पताल में भर्ती