भारत में व्यक्तिगत स्वास्थ्य (personal care products) के बाज़ार में बड़ी हिस्सेदारी रखने वाली कंपनी हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड (HUL) अपना चर्चित Pureit वाटर प्योरिफायर का कारोबार बेचने के विकल्प तलाश रही है। सूत्रों के हवाले से पता लगा है कि संभावित खरीदारों से बातचीत चल रही है।
शुद्ध पेयजल की बढ़ती मांग को देखते हुए HUL ने 2004 में प्योरइट ब्रांड के तहत वाटर प्योरिफायर बाज़ार में कदम रखा था। शुरू में सिर्फ ग्रेविटी फ़िल्टर बेचने वाली कंपनी अब RO और UV तकनीक वाले उत्पाद भी बनाती है। HUL की मूल कंपनी यूनिलीवर ने भी हाल ही में एक चीनी वाटर प्योरिफायर कंपनी में अपनी हिस्सेदारी बेचने का फ़ैसला किया है।
अभी तक Pureit की बिक्री को लेकर HUL ने औपचारिक घोषणा नहीं की है, पर कई संभावित खरीदारों (खासकर प्राइवेट इक्विटी फंड) से बातचीत जारी है। इनमें मूल्यांकन (valuation) पर खासा ज़ोर दिया जा रहा है।
HUL शायद प्योरइट पर ध्यान देने के बजाय अपने मूल व्यवसायों (core businesses) पर ध्यान केंद्रित करना चाहती है। वाटर प्योरिफायर के बाज़ार में अब काफ़ी प्रतिस्पर्धा है। Kent, Eureka Forbes जैसे स्थापित ब्रांड्स के साथ HUL का टिक पाना शायद मुश्किल हो रहा है। बिक्री से प्राप्त होने वाली राशि को HUL दूसरे क्षेत्रों में लगा सकती है।
ब्रिटेन की बहुराष्ट्रीय कंपनी यूनिलीवर की भारतीय उपशाखा (subsidiary) है HUL। प्योरइट के अलावा HUL साबुन, डिटर्जेंट, शैम्पू जैसे अनेक लोकप्रिय ब्रांड्स के उत्पाद बनाती है।