मुंबई के आरे कॉलोनी के जंगल में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां 70 वर्षीय कैंसर पीड़ित महिला यशोधरा गायकवाड़ को घायल अवस्था में कूड़े के ढेर में पाया गया। इस अमानवीय कृत्य के लिए उनके परिवार के तीन सदस्यों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
जंगल में मिली बुजुर्ग महिला
आरे कॉलोनी के सघन जंगल में सड़क किनारे कूड़े के ढेर में यशोधरा गायकवाड़ को गंभीर हालत में पाया गया। स्थानीय लोगों की सूचना पर पहुंची मुंबई पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए महिला को बचाया और इलाज के लिए कूपर अस्पताल में भर्ती कराया। यशोधरा कैंसर से जूझ रही हैं, और उनकी स्थिति अभी भी नाजुक बनी हुई है।
पुलिस की त्वरित कार्रवाई
मुंबई पुलिस ने इस मामले में तेजी दिखाते हुए 50 से अधिक सीसीटीवी फुटेज की जांच की, जिसके आधार पर तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। पुलिस के अनुसार, परिवार की खराब आर्थिक स्थिति और बुजुर्ग महिला की देखभाल में असमर्थता इस घृणित कृत्य का कारण रही।
सामाजिक चेतना की कमी
यह घटना समाज में बुजुर्गों के प्रति बढ़ती असंवेदनशीलता को उजागर करती है। पुलिस ने बताया कि परिवार ने यशोधरा को बोझ समझकर उन्हें कूड़े के ढेर में छोड़ दिया। इस मामले ने स्थानीय समुदाय को झकझोर कर रख दिया है, और लोग इस क्रूरता के खिलाफ आवाज उठा रहे हैं।
आगे क्या?
यशोधरा का इलाज कूपर अस्पताल में जारी है, और पुलिस मामले की गहन जांच कर रही है। आरोपियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जा रही है। इस घटना ने समाज से यह सवाल उठाया है कि क्या हम अपने बुजुर्गों के प्रति अपनी जिम्मेदारी भूल रहे हैं?
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