भारत की विशाल जनसंख्या और तकनीकी क्षेत्र की प्रतिभा को देखते हुए अमेज़न के वाइस प्रेसिडेंट मनीष तिवारी ने एक आशाजनक दावा किया है। बिज़नेस स्टैंडर्ड मंथन कार्यक्रम में उनका कहना था कि भारत 2047 तक एक विकसित देश बनने की स्थिति में है।
भारत लंबे समय से एक विकासशील देश के रूप में जाना जाता है। पिछले कुछ दशकों में यहाँ बड़ी आर्थिक और सामाजिक तरक्की हुई है, लेकिन विकसित देश का दर्जा पाना अभी भी एक महत्वाकांक्षी लक्ष्य है।
मनीष तिवारी के अनुसार, भारत के पास इसके लिए ज़रूरी संसाधन और कुशल लोग मौजूद हैं। अमेज़न इंडिया में उनके पास 1 लाख से भी ज़्यादा कर्मचारी कार्यरत हैं। तकनीकी नवोन्मेष (innovation) में भी भारत ने विश्वस्तर पर अपनी पहचान बनाई है। ई-कॉमर्स के क्षेत्र में अभी भारत की पहुंच सीमित है, जिससे फिलहाल बाज़ार में प्रतिस्पर्धा का मुद्दा कम चिंताजनक है।
तिवारी का यह बयान भारत की क्षमता में विश्वास को दर्शाता है। हालाँकि, चुनौतियाँ भी कम नहीं हैं। भारत को विकसित देश बनने के लिए शिक्षा, स्वास्थ्य सेवाओं, बुनियादी ढांचे, और सामाजिक न्याय के क्षेत्र में सुधार जारी रखने होंगे।
नियामकीय समस्याओं (regulatory issues) पर तिवारी ने कहा कि उन्हें अभी स्थिति से कोई दिक्कत नहीं है। नकली उत्पादों की ऑनलाइन बिक्री से निपटने के लिए अमेज़न तकनीकी समाधान खोजने में लगा हुआ है।