भारतीय चेस खिलाड़ियों ने पिछले महीने कमाल कर दिया था। 5 ग्रैंडमास्टर ने प्रतिष्ठित कैंडिडेट्स टूर्नामेंट में हिस्सा लिया था, जिसमें से एक खिलाड़ी ने तो वर्ल्ड चैंपियनशिप के लिए क्वालीफाई भी कर लिया। इसी सफलता के बाद, ऑल इंडिया चेस फेडरेशन (AICF) ने चेस को भारत में और लोकप्रिय बनाने के लिए कई बड़े ऐलान किए हैं। इसके लिए पूरे 65 करोड़ रुपये का बजट रखा गया है।
पिछले महीने Gukesh, Praggnanandhaa, Vidit, Humpy Koneru और Vaishali जैसे ग्रैंडमास्टर ने कैंडिडेट्स टूर्नामेंट में भारत का नाम रोशन किया। 17 साल के Gukesh ने तो इस प्रतियोगिता को जीतकर इतिहास रच दिया।
AICF के नए प्लान्स
AICF के नए अध्यक्ष नितिन नारंग ने शनिवार को कई बड़ी घोषणाएं कीं। इनका मकसद है चेस को देश के कोने-कोने तक पहुंचाना, खिलाड़ियों को आर्थिक मदद देना, और इसे स्कूलों के पाठ्यक्रम में शामिल करना। इसके लिए AICF ने कई तरह के कार्यक्रम शुरू करने का ऐलान किया है।
खिलाड़ियों को मिलेगा कॉन्ट्रैक्ट: अंडर-7 से अंडर-19 तक के राष्ट्रीय-स्तर के खिलाड़ियों को दो साल का कॉन्ट्रैक्ट दिया जाएगा। इसके तहत उन्हें 20,000 से 50,000 रुपये तक मिलेंगे।
टॉप खिलाड़ियों के लिए नकद इनाम: टॉप-20 महिला और पुरुष खिलाड़ियों को उनकी FIDE रैंकिंग के आधार पर नकद इनाम दिया जाएगा।
चेस डेवलपमेंट फंड: कोच को ट्रेनिंग देना, चेस को स्कूलों में शामिल करना, महिला खिलाड़ियों के लिए विशेष कार्यक्रम – इन सब के लिए ये फंड इस्तेमाल किया जाएगा।
महिला खिलाड़ियों पर फोकस: महिला खिलाड़ियों के लिए ‘स्मार्ट गर्ल प्रोग्राम’ चलेगा। कोच और आर्बिटर ट्रेनिंग में भी महिलाओं के लिए 33% आरक्षण होगा।
चेस कंटेंट क्रिएटर्स के लिए प्रोत्साहन: यूट्यूबर्स और स्ट्रीमर्स के साथ काम करना, ताकि ऑनलाइन भी चेस की लोकप्रियता बढ़े।
लगता है कि भारतीय चेस के अच्छे दिन आ गए हैं। AICF के इन प्रयासों से ना सिर्फ मौजूदा खिलाड़ियों को मदद मिलेगी, बल्कि नए खिलाड़ी भी इस खेल की तरफ आकर्षित होंगे।
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