Intersex Operation: बच्चों के इंटरसेक्स ऑपरेशन (Intersex Operation) पर याचिका का परीक्षण करने के लिए सुप्रीम कोर्ट अब तैयार हो गया है। इसके लिए सुप्रीम कोर्ट की ओर से केंद्र को नोटिस भी जारी कर दिया गया है और जल्द से जल्द इसपर जवाब भी मांगा है। दरअसल देशभर में जो इंटरसेक्स ऑपरेशन किए जा रहे हैं उसपर कानूनी हस्तक्षेप की मांग की गई है।
क्या होता है इंटरसेक्स ऑपरेशन (Intersex Operation)
बच्चे के जन्म होने पर कई माता-पिता ये सुनने को मजबूर हो जाते हैं, कि, ‘हमें पता नहीं कि आपका बच्चा लड़का है या लड़की?’ डॉक्टर के ये शब्द मां-बाप के दिल को झकझोड़ कर रख देता है। ऐसे में परेशान कई माता-पिता अपने इंटरसेक्स बच्चे को लड़का या लड़की बनाने के लिए ऑपरेशन करवाते हैं, जिसकी आमतौर पर कोई आवश्यकता नहीं होती है। हमारे भारत देश में ऐसे बच्चों को या तो छोड़ दिया जाता है, या फिर मजबूरन उनका सर्जरी करवाया जाता है, बिना इस बात को सोचे कि इस सर्जरी से बच्चे के स्वास्थ्य पर क्या असर पड़ेगा।
ऐसे में अब देशभर में हो रहे इंटरसेक्स ऑपरेशनों (Intersex Operation) पर सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल कर न्यायिक हस्तक्षेप की मांग की गई, जिसपर सुप्रीम कोर्ट ने संज्ञान लेते हुए केंद्र को नोटिस जारी कर इसपर 8 हफ्ते के अंदर जवाब मांगा है।