जलगांव: शहर के श्मशान घाट पर हाल ही में हुई एक शर्मनाक घटना ने पूरे समाज को झकझोर कर रख दिया है। छाबाबाई पाटिल के दुःखद निधन के बाद उनका अंतिम संस्कार कल दोपहर, यानि 6 अक्टूबर को संपन्न हुआ। लेकिन तीसरे दिन, जब परिवार विसर्जन के लिए अस्थियां लेने गया, तो उन्हें मां की जली हुई खोपड़ी और पैर का भाग नहीं दिखा, और चानबीन करने पर पता चला कि, किसी ने चोरी कर ली।
परिवार पर दु:ख का नया पहाड़
सोने की लालसा में अज्ञात चोरों द्वारा ये घिनौना अपराध किया गया। परिवार पर पहले से ही दुःख का पहाड़ था, और इस चोरी ने उन्हें और भी गहरे आघात में डाल दिया। माता की अस्थियों की अनमोल यादें और अंतिम संस्कार का दर्द अब और भी बढ़ गया है।
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घाट की सुरक्षा पर सवाल
ये घटना नगर निगम के नियंत्रण वाले श्मशान घाट की सुरक्षा व्यवस्था पर भी गंभीर सवाल खड़े करती है। इतनी संवेदनशील जगह पर ऐसी घटना होना न केवल परिवार बल्कि पूरे समाज के लिए चिंता का विषय है।
पुलिस और प्रशासन की सख्त कार्रवाई की उम्मीद
अब जलगांव पुलिस और प्रशासन से कड़ी और त्वरित कार्रवाई की उम्मीद जताई जा रही है। समाज में इस अपराध के खिलाफ सख्त संदेश देने की आवश्यकता है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों।
समाज के लिए चेतावनी
ये घटना हमें ये याद दिलाती है कि अस्थियों और अंतिम संस्कार जैसी पवित्र चीजों की सुरक्षा बेहद जरूरी है। मानवता की दृष्टि से यह घटना चिंताजनक है और समाज में इंसानियत पर सवाल खड़े करती है।
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