दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने हाल ही में एक बड़ा दावा किया है जिसमें उन्होंने कहा कि अगर नरेंद्र मोदी तीसरी बार प्रधानमंत्री बनते हैं, तो दो और मुख्यमंत्री जेल जा सकते हैं। उन्होंने यह भी दावा किया कि बिहार के उप-मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव कभी भी गिरफ्तार हो सकते हैं।
केजरीवाल का यह बयान राजनीतिक गलियारों में काफी चर्चा का विषय बना हुआ है। उनके इस दावे के पीछे की वजहें और परिणामों पर विस्तार से चर्चा की जा रही है। केजरीवाल ने अपने बयान में जिन अन्य मुख्यमंत्रियों का जिक्र किया है, उनमें पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन, केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन, और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के नाम शामिल हैं।
केजरीवाल के इस बयान को विपक्षी दलों के खिलाफ एक राजनीतिक हमले के रूप में देखा जा रहा है। उनका यह दावा विपक्षी दलों के लिए एक चेतावनी की तरह है कि अगर वे सत्ता में नहीं आते हैं, तो उनके नेताओं को जेल की सलाखों के पीछे जाना पड़ सकता है।
इस बयान के बाद से राजनीतिक विश्लेषक और आम जनता यह सोच रही है कि क्या वास्तव में ऐसा हो सकता है या यह सिर्फ एक राजनीतिक बयानबाजी है। इस बयान के बाद से राजनीतिक परिदृश्य में एक नई बहस शुरू हो गई है और लोग इस पर अपनी-अपनी राय व्यक्त कर रहे हैं।
यह देखना दिलचस्प होगा कि आने वाले समय में इस बयान का क्या असर होता है और क्या वास्तव में विपक्षी नेता जेल जाएंगे या नहीं। फिलहाल, यह एक राजनीतिक बहस का विषय बना हुआ है और इसके परिणामों पर सभी की नजरें टिकी हुई हैं।