उत्तन में बवाल हो गया है! सरकार वहां के बड़े से खेल के मैदान में हेलिपैड बनाने वाली थी। पर लोगों ने ऐसा हंगामा किया कि सरकार को पीछे हटना पड़ा। दरअसल, कुछ बड़े नेताओं को लाने-ले-जाने के लिए और भविष्य में एयर एंबुलेंस वगैरह के लिए राज्य सरकार जिले में आठ जगहों पर हेलिपैड बनवाना चाहती थी। भायंदर में दो जगह देखी गई थी, पर दोनों ही खेल के मैदान थे!
सरकार के ठेकेदारों ने उत्तन के नरवीर चिमाजी अप्पा मैदान पर हेलिपैड बनाना शुरू कर दिया। इससे इलाके के लोग, खासकर मछुआरों की औरतें और जो खेलकूद वाले हैं, सब भड़क गए। उन्होंने हस्ताक्षर वगैरह इकट्ठे करके विरोध करना शुरू किया।
इसी बीच शिवसेना नेता प्रताप सरनाइकजी वहां पहुंचे और मुख्यमंत्री तक बात उठाई। उन्होंने बताया कि यह मैदान लोगों के लिए बहुत जरूरी है। मुख्यमंत्री ने सकारात्मक जवाब दिया और कलेक्टर वगैरह को काम बंद करने को कहा। सरनाइकजी ने कहा है कि हेलिपैड की जरूरत है, लेकिन ऐसी जगह नहीं बनना चाहिए जहां जनता को दिक्कत हो और उनके खेलने की सुविधा छिन जाए।
खास बात यह है कि मिरा-भायंदर महानगरपालिका (MBMC) के नए डवलपमेंट प्लान में इस जगह को खेल का मैदान ही रहने के लिए आरक्षित किया गया है।
बच्चों के साथ-साथ बड़े लोग भी यहां कई तरह के खेल अभ्यास करने आते हैं, मछुआरे अपनी मछलियां सुखाते हैं और सांस्कृतिक कार्यक्रम भी होते हैं।
पूर्व पार्षद जॉर्जी गोविंद ने कहा कि यह मैदान लोगों की जान है, सरकार से इसे छीनने नहीं देंगे।
अब यह हेलिपैड उत्तन के पास डोंगरी में मेट्रो कार शेड के लिए रखी सरकारी जमीन पर बनने की संभावना है।
पिछले महीने भी भायंदर (पश्चिम) के नेताजी सुभाष चंद्र बोस मैदान में हेलिपैड बनाने का सरकारी प्लान स्थानीय लोगों ने फेल कर दिया था।