लोकसभा चुनाव 2024 के दूसरे चरण में, 11 राज्यों की कुल 93 सीटों पर मतदान सम्पन्न हुआ है। इस चरण में 65.91% की औसत मतदान दर दर्ज की गई, जो पिछले चुनावों की तुलना में थोड़ी कम है।
असम ने 76.55% मतदान दर के साथ सबसे अग्रणी प्रदर्शन किया है। त्रिपुरा (79.47%) और मणिपुर (77.32%) भी उच्च मतदान प्रतिशत वाले राज्यों में शामिल रहे। इसके बाद छत्तीसगढ़ (73.61%), जम्मू-कश्मीर (71.91%) और पश्चिम बंगाल (71.84%) का स्थान रहा।
हालांकि, पश्चिम बंगाल में भारतीय जनता पार्टी और तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के बीच झड़पों की खबरें भी सामने आईं, जिससे चुनावी माहौल प्रभावित हुआ। ऐसी घटनाएं चुनावी प्रक्रिया के लिए अच्छी नहीं हैं और निष्पक्ष तरीके से वोट डालने के अधिकार को प्रभावित कर सकती हैं।
अन्य राज्यों में कर्नाटक ने 68.30%, केरल ने 65.91%, राजस्थान ने 64.07%, मध्य प्रदेश ने 57.81%, महाराष्ट्र ने 57.28%, बिहार ने 55.08% और उत्तर प्रदेश ने 54.85% मतदान दर दर्ज की।
इन आंकड़ों से संकेत मिलता है कि मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग अलग-अलग स्तरों पर किया है। कुछ राज्यों में उच्च मतदान दर देखी गई, जबकि कुछ अन्य में औसत से कम। इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं, जैसे चुनावी मुद्दे, राजनीतिक गतिविधियां और स्थानीय परिस्थितियां।
अब जबकि मतदान पूरा हो गया है, सभी की नजरें मतगणना के परिणामों पर टिकी हुई हैं। ये परिणाम ही यह तय करेंगे कि मतदाताओं ने किस पार्टी या गठबंधन को वरीयता दी है। चुनावी रैलियों, घोषणाओं और गतिविधियों के बीच भी मतदाताओं ने अपने विवेक से फैसला किया है।
इस प्रकार, दूसरे चरण के मतदान से भारत के विभिन्न हिस्सों में जनमत की झलक मिलती है। अगले चरणों में भी मतदान महत्वपूर्ण होगा और चुनावी परिणाम यह तय करेंगे कि देश किस दिशा में आगे बढ़ेगा।