फाइनेंस

भारत में बनेगी इलेक्ट्रिक गाड़ियों की बैटरी! ह्युंडै, किआ ने मिलाया एक्साइड से हाथ

भारत में बनेगी इलेक्ट्रिक गाड़ियों की बैटरी! ह्युंडै, किआ ने मिलाया एक्साइड से हाथ

बड़ी खुशखबरी इलेक्ट्रिक गाड़ी चलाने वालों या खरीदने की सोच रखने वालों के लिए! दक्षिण कोरिया की दिग्गज कंपनियां ह्युंडै और किआ, भारत में ही इलेक्ट्रिक गाड़ियों की बैटरी बनाने की तैयारी में हैं। इसके लिए उन्होंने कोलकाता की मशहूर बैटरी कंपनी एक्साइड से हाथ मिलाए हैं।

आप सब जानते हैं, पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों और प्रदूषण के चलते इलेक्ट्रिक गाड़ियों की डिमांड काफी बढ़ गई है। लेकिन इन गाड़ियों की एक बड़ी समस्या है उनकी बैटरी। ये बैटरियां बहुत मंहगी होती हैं और ज़्यादातर बाहर से मंगाई जाती हैं। भारत में बैटरी बनने से गाड़ी की कीमतें घटेंगी और इलेक्ट्रिक गाड़ियां और भी लोगों की पहुंच में होंगी!

अभी-अभी ये तीनों कंपनियों ने मिलकर एक करार किया है – अब भारत में  इलेक्ट्रिक गाड़ियों की बैटरी बनेगी।  ह्युंडै और किआ खास तौर पर लिथियम-आयन फॉस्फेट बैटरियों पर ध्यान देंगी। एक बयान में ह्युंडै कंपनी ने कहा है कि वे भारत में बनी बैटरी लगाने वाली अग्रणी कंपनी बनना चाहते हैं!

इस बड़ी साझेदारी की खबर से एक्साइड कंपनी के शेयर भी आसमान छूने लगे हैं! खबर सुनते ही कंपनी का शेयर 16% तक उछल गया, जो पिछले एक साल में सबसे ऊंची बढ़त है!

ये तो बहुत अच्छी बात है! जानकारों का मानना है कि भारत में अगर बैटरियां बनने लगती हैं, तो इलेक्ट्रिक गाड़ियां अब आम आदमी की पहुंच में आ जायेंगी। इससे ना सिर्फ गाड़ियों की कीमत घटेगी, बल्कि देश में ही बैटरी उद्योग को बढ़ावा मिलेगा जिससे नए रोज़गार भी मिलेंगे!

एक्साइड इंडस्ट्रीज ने बताया कि उसकी सहायक इकाई, एक्साइड एनर्जी सॉल्यूशंस, इस योजना पर ह्युंडै और किआ के साथ काम करेगी। इस साझेदारी के तहत ये कंपनियां मिलकर बैटरी के लिए सेल बनाएंगी और साथ ही उनकी सप्लाई भी सुनिश्चित करेंगी।

एक्साइड इंडस्ट्रीज का बैटरी बनाने के कारोबार का पुराना इतिहास रहा है। कंपनी 75 सालों से भी ज़्यादा समय से लेड एसिड बैटरियां बना रही है। अब लिथियम-आयन बैटरी के क्षेत्र में कदम रखने से कंपनी को और भी आगे बढ़ने में मदद मिलेगी।

यह भी पढ़ें- महंगाई की मार से मिली राहत, सामान हुआ थोड़ा सस्ता! अब खरीदारी में लगेगा कम खर्च।

You may also like