महाराष्ट्र में लड़कियों की भ्रूण हत्या रोकने के लिए बनाई गई हेल्पलाइन नंबर 104 पर हर घंटे 10 शिकायतें आ रही हैं। पिछले पांच दिनों में हेल्पलाइन पर 1,069 शिकायतें दर्ज की गई हैं, यानी हर दिन औसतन 214 शिकायतें।
भारत में लड़कियों का लिंग परीक्षण और भ्रूण हत्या गैरकानूनी है। इसके बावजूद, कई राज्यों में लड़कियों का लिंगानुपात काफी कम है। जनगणना के आंकड़ों के अनुसार, महाराष्ट्र में जहां 2019 में प्रति 1000 लड़कों पर 919 लड़कियां थीं, वहीं 2022 में यह संख्या घटकर 904 रह गई है।
महाराष्ट्र में अवैध लिंग परीक्षण और कन्या भ्रूण हत्या की बढ़ती घटनाओं को देखते हुए सरकार ने फरवरी 2022 में हेल्पलाइन नंबर 104 जारी किया था। इस हेल्पलाइन पर आने वाली शिकायतों की संख्या चौंकाने वाली है। पिछले पांच दिनों में 1,069 शिकायतें हुई हैं, जिसका मतलब है कि हर घंटे औसतन 10 शिकायतें दर्ज हो रही हैं।
महाराष्ट्र सरकार लड़कियों के गिरते लिंगानुपात को सुधारने के लिए कई कदम उठा रही है। अवैध काम करने वालों की जानकारी देने वालों को इनाम भी दिया जाता है, लेकिन इसके बाद भी स्थिति में बहुत सुधार नहीं हो रहा है। पहले लोग ऐसे मामलों की शिकायत एक अन्य टोल फ्री नंबर 18002334475 पर करते थे।
स्वास्थ्य विभाग के डिप्टी डायरेक्टर डॉक्टर कैलास बाविसकर ने बताया कि हेल्पलाइन पर काम करने वाले कर्मचारियों को ट्रेनिंग दी गई है। जो लोग टोल फ्री नंबर पर शिकायत करेंगे, उन्हें सरकार इनाम भी देगी। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री डॉ तनाजी सावंत ने सही शिकायतों पर 1 लाख रुपये के इनाम की घोषणा की है। उन्होंने यह भी बताया कि जल्द ही एक ऐसी वेबसाइट भी शुरू की जाएगी, जिससे भ्रूण हत्या से जुड़ी शिकायतें करना और आसान हो जाएगा।
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महाराष्ट्र में हेल्पलाइन पर बड़ी संख्या में शिकायतें आना बेहद चिंताजनक है। इससे पता चलता है कि कन्या भ्रूण हत्या रोकने के लिए बने कानून का कितना उल्लंघन हो रहा है। सरकार और समाज दोनों को मिलकर इस समस्या का समाधान निकालना होगा।