महाराष्ट्र के अकोला से एक बेहद ही शर्मनाक मामला सामने आया है! एक 19 साल के लड़के की पुलिस पुलिस हिरासत में पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। इस मामले में एक सब-इंस्पेक्टर और कांस्टेबल को गिरफ्तार किया गया है।
मृतक लड़के का नाम गोवर्धन गणेश हरमकर था। पुलिस को शक था कि उसने चोरी की है, इसलिए उसे पूछताछ के लिए थाने लाया गया था।
मृतक के रिश्तेदारों का आरोप है कि पुलिसवालों ने गोवर्धन को बुरी तरह पीटा और उसके प्राइवेट पार्ट में लाठी डाल दी! जाहिर है बेचारा दर्द से तड़पता रहा, पर उन हैवानों को दया नहीं आई। हालत बिगड़ने पर उसे अस्पताल ले जाया गया, पर उसकी जान नहीं बचाई जा सकी।
ये मामला तब सामने आया जब फरवरी के आखिर में किसी ने गुमनाम चिट्ठी पुलिस महकमे को भेजी। अंदरूनी जांच में चार पुलिसवाले दोषी पाए गए।10 अप्रैल को सब-इंस्पेक्टर राजेश जवारे और कॉन्स्टेबल चंद्रप्रकाश सोलंके को सस्पेंड कर दिया गया था।
खाकी वर्दी पहनने वाले ऐसे दरिंदों की वजह से ही पुलिस की बदनामी होती है! इस केस की जांच अब CID करेगी, और बाकी दोषी पुलिसवालों की भी गिरफ्तारी होनी चाहिए। देखते हैं इंसाफ मिलता है या नहीं!
मृतक लड़के पर पहले से ही चोरी के छह केस दर्ज थे। पुलिस उसे ‘शक के बिनाह’ पर उठा लाई थी। उसके चाचा को भी पीटा गया था, जिसने बाद में पुलिस को पूरा बयान दिया। मगर परिवार वाले इतने डरे हुए थे कि पहले शिकायत नहीं कर पाए।