महाराष्ट्र की राजनीति में एक नया अध्याय लिखा गया है, जहां कुछ सीटों पर सिर्फ कुछ सौ वोटों ने नेताओं की किस्मत का फैसला किया। इस चुनाव में कई ऐसी सीटें रहीं जहां जीत का अंतर इतना कम था कि एक छोटे से वार्ड के वोट भी नतीजे बदल सकते थे। आइए जानते हैं इस महाराष्ट्र चुनाव नतीजे (Maharashtra Election Results) की दिलचस्प कहानी।
सबसे कम अंतर वाली सीटों का विश्लेषण
मालेगांव सेंट्रल की कहानी दिलचस्प है, जहां महाराष्ट्र चुनाव नतीजे (Maharashtra Election Results) में AIMIM के मुफ्ती मोहम्मद इस्माइल ने महज 162 वोटों से जीत हासिल की। यह जीत इतनी करीबी थी कि अंतिम राउंड तक लोगों की सांसें थमी हुई थीं। मुफ्ती साहब ने आसिफ शेख रशीद को हराया, जिन्होंने स्थानीय मुद्दों पर जोरदार चुनाव प्रचार किया था।
दिग्गज नेताओं की करीबी जीत का विवरण
महाराष्ट्र कांग्रेस के मजबूत नेता नाना पटोले की जीत ने सभी को चौंका दिया। सकोली विधानसभा क्षेत्र में उनकी जीत का अंतर मात्र 208 वोट रहा। भाजपा के अविनाश ब्रह्मणकर के साथ उनका मुकाबला कांटे की टक्कर वाला रहा। हर वोटिंग राउंड में लीड बदलती रही, जिसने इस मुकाबले को और भी रोमांचक बना दिया।
मंत्रियों की जीत का रोचक पहलू
कम अंतर से जीते विधायक महाराष्ट्र में (MLAs Won by Narrow Margins in Maharashtra) की कहानी में कई मंत्रियों की जीत भी शामिल है। एनसीपी के वरिष्ठ नेता और राज्य मंत्री दिलीप वाल्से पाटिल ने अंबेगांव से 1,523 वोटों से जीत हासिल की। उनकी जीत ने साबित किया कि स्थानीय मुद्दों पर काम करने वाले नेता ही जनता के दिलों में जगह बनाते हैं।
शिवसेना के कद्दावर नेता तानाजी सावंत की परंदा से जीत भी दिलचस्प रही। उन्होंने 1,509 वोटों के अंतर से जीत हासिल की। भाजपा के अतुल सावे ने औरंगाबाद पूर्व से 2,161 वोटों से जीत दर्ज की। इन सभी नेताओं की जीत ने साबित किया कि महाराष्ट्र की राजनीति में हर एक वोट मायने रखता है।
अन्य महत्वपूर्ण करीबी मुकाबले
नवी मुंबई के बेलापुर से भाजपा की मंदा म्हात्रे की जीत भी काफी रोचक रही। उन्होंने महज 377 वोटों से अपनी सीट बचाई। बुलढाणा से शिवसेना के संजय गायकवाड़ ने 841 वोटों से जीत हासिल की। कर्जत-जामखेड में एनसीपी (एसपी) के रोहित पवार ने 1,243 वोटों से अपनी सीट बरकरार रखी। इन सभी सीटों पर मतदाताओं ने अपनी ताकत का प्रदर्शन किया।