Manoj Bajpayee: इन दिनों मनोज बाजपेयी अपनी नई फिल्म ‘जोरम’ को लेकर चर्चा में बने हुए हैं. महीने के शुरुआत में ही उनकी ये फिल्म रिलीज हुई है, जिसे ऑडियंस का मिला जुला रिस्पॉन्स मिल रहा है. हालांकि मनोज बाजपेयी की एक्टिंग हमेशा की तरह इस बार भी लोगों के दिलों को जीतने में कामयाब रही है. फिल्म में एक्टर ने जो किरदार निभाया है, वो बोल नहीं सकता है. ऐसे में हाल ही में दिए मीडिया इंटरव्यू में उन्होंने बताया कि वो इस किरदार को इतनी खूबसूरती से कैसे निभा पाए.

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मनोज बाजपेयी (Manoj Bajpayee) ने फिल्म में निभाए गए अपने किरदार के बारे में बात करते हुए बताया कि, उन्हें इस रोल को बेहतरीन तरीके से करने के लिए उनके परिवार से ही प्रेरणा मिली थी. इस बारे में बात करते हुए ही उन्होंने बताया कि एक वक्त ऐसा था, जब उनकी मां मरना चाहती थीं.
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अपने किरदार और परिवार के बारे में बात करते हुए मनोज वाजपेयी (Manoj Bajpayee) ने बताया कि, “मैंने इसे अपने परिवार में देखा है. मेरे पिता के पास आवाज नहीं थी. हम 6 बच्चे हैं और अगर आप मेरे किसी भी भाई-बहन से पूछेंगे तो वो भी यही कहेंगे. मेरी मां काफी स्वतंत्र विचार की थीं. वो अपने अंतिम दिनों में भी बहुत स्वतंत्र थीं.”

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मनोज बायपेयी (Manoj Bajpayee) ने बताया कि, “मेरी मां किसी पर भी निर्भर नहीं रहना चाहती थीं. जब वो काफी बीमार और शरीर से लाचार थीं तो मेरी बहन से उसे जहर देने के लिए कह रही थीं, ताकि उनकी मौत हो जाए. दरअसल उन्हें इस बात से नफरत थी कि उन्हें अपने बच्चों पर निर्भर रहना पड़ रहा है. तो मैं उस परिवार से हूं. मैं उस तरह के माहौल में रहा हूं.” गौरतलब है कि काफी समय तक बीमार रहने के बाद 80 साल की उम्र में मनोज वाजपेयी की मां का देहांत हो गया था.
जानकारी हो कि रणबीर कपूर स्टारर फिल्म ‘एनिमल’ के एक हफ्ते बाद ही मनोज बाजपेयी (Manoj Bajpayee) की फिल्म ‘जोरम’ रिलीज हुई थी. ‘एनिमल’ को बॉक्स ऑफिस पर जो सफलता मिली उससे हर कोई वाकिफ है, लेकिन मनोज बाजपेयी की फिल्म ‘जोरम’ का जादू ऑडियंस के दिलों पर उतना ज्यादा नहीं चल पाया. इसपर ‘जोरम’ एक्टर ने कहा कि, “‘एनिमल’ की वजह से ‘जोरम’ के बिजनेस पर बुरा असर पड़ा.” बता दें कि फिल्म ‘जोरम’ 8 दिसंबर को थियेटरों में रिलीज हुई थी.