मराठा आरक्षण के मुद्दे पर आंदोलन कर रहे मनोज जरांगे-पाटील ने फिलहाल अपने आंदोलन को 3 मार्च तक के लिए स्थगित कर दिया है। हालांकि, उनका अनशन जारी रहेगा।
महाराष्ट्र में मराठा समुदाय को आरक्षण देने का मुद्दा लंबे समय से चला आ रहा है। सुप्रीम कोर्ट ने मराठा आरक्षण को रद्द कर दिया था, जिसके बाद से राज्य में इस मुद्दे पर कई बार आंदोलन हुए हैं।
मराठा आरक्षण के लिए आंदोलनरत मनोज जरांगे-पाटील ने राज्य में चल रही बोर्ड परीक्षाओं को देखते हुए अपने आंदोलन को 3 मार्च तक के लिए स्थगित कर दिया है। हालांकि, उनका अनशन जारी रहेगा। जरांगे-पाटील ने साफ़ कर दिया है कि वह राज्य सरकार द्वारा मराठाओं को दिए गए 10 प्रतिशत आरक्षण को स्वीकार नहीं करेंगे। उनकी मांग है कि मराठाओं को ओबीसी (OBC) कोटे के तहत आरक्षण दिया जाए।
जरांगे-पाटील ने उप-मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस पर आरोप लगाया है कि वह सांप्रदायिक नफ़रत फैलाने का काम कर रहे हैं। जरांगे-पाटील ने आंदोलन कर रहे मराठा कार्यकर्ताओं से शांतिपूर्ण ढंग से अनशन जारी रखने की अपील की है। इस बीच, वंचित बहुजन आघाडी (वीबीए) ने आगामी लोकसभा चुनाव में जालना सीट से महाविकास आघाडी के उम्मीदवार के तौर पर मनोज जरांगे-पाटील को उतारने की मांग की है।
विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर के निर्देश पर मनोज जरांगे-पाटील के आंदोलन से जुड़े मामले की जांच एसआईटी (SIT) करेगी।
ये भी पढ़ें: मुंबईकरों को घर का सपना पूरा करने के लिए करना होगा इंतज़ार
मराठा आरक्षण का मामला महाराष्ट्र की राजनीति में एक अहम मुद्दा है। मनोज जरांगे-पाटील के इस फ़ैसले का आने वाले दिनों में राज्य की राजनीति पर क्या असर होगा, यह देखना दिलचस्प होगा।