Mira-Bhayander: महाराष्ट्र के ठाणे जिले में मीरा-भायंदर के गोपीनाथ मुंडे स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में एक दिल दहला देने वाली घटना ने सभी को झकझोर कर रख दिया। 11 साल के मासूम ग्रंथ मुथा की स्विमिंग पूल में डूबने से मौत हो गई। ये हादसा 20 अप्रैल को हुआ, जब ग्रंथ सुबह 11 से 12 बजे की शिफ्ट में स्विमिंग सीखने गया था। परिवार और स्थानीय लोगों ने स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स के प्रबंधन और कर्मचारियों की लापरवाही को इस हादसे का मुख्य कारण बताया है।
क्या हुआ उस दिन?
ग्रंथ मुथा, जो तपोवन विद्यालय, मीरारोड पूर्व में छठी कक्षा का छात्र था, पिछले सात दिनों से मीरा-भायंदर स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में स्विमिंग सीखने जा रहा था। रविवार को स्विमिंग सेशन के बाद जब उनके ग्रुप के बच्चे बाहर निकले, तो ग्रंथ उनके बीच नहीं था। बच्चों ने शोर मचाया, जिसके बाद खोजबीन शुरू हुई। करीब 45 मिनट बाद ग्रंथ का शव स्विमिंग पूल में तैरता हुआ मिला।
स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स के कर्मचारी उसे तुरंत तुंगा हॉस्पिटल ले गए, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। ग्रंथ के पिता हसमुख मुथा ने बताया कि उनके बेटे को बचाने के लिए पूल में कोई लाइफगार्ड मौजूद नहीं था। परिवार का कहना है कि ग्रंथ 15 मिनट तक पानी के नीचे रहा, लेकिन किसी ने उसकी मदद नहीं की।
कौन था ग्रंथ मुथा?
ग्रंथ दो भाइयों में छोटा था और बेहद मेधावी छात्र था। हाल ही में उसने सिंगापुर की एक प्रतियोगी परीक्षा में प्रथम स्थान हासिल किया था। उसकी इस उपलब्धि पर परिवार और स्कूल को गर्व था। लेकिन इस हादसे ने एक होनहार बच्चे को हमेशा के लिए छीन लिया।
लापरवाही का आरोप, लाइफगार्ड नहीं थे मौजूद
प्रत्यक्षदर्शियों और परिजनों का दावा है कि हादसे के समय स्विमिंग पूल में कोई लाइफगार्ड मौजूद नहीं था। हालांकि, स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स के ठेकेदार और संचालक दावा कर रहे हैं कि 6 से 7 लाइफगार्ड तैनात थे। सवाल ये है कि अगर लाइफगार्ड मौजूद थे, तो ग्रंथ डूब कैसे गया?
परिजनों और स्थानीय लोगों ने मांग की है कि इस मामले में CCTV फुटेज को तुरंत सार्वजनिक किया जाए ताकि सच सामने आ सके। ग्रंथ के नजदीकी महेंद्र जैन ने कहा, “ये सिर्फ एक हादसा नहीं, बल्कि एक चेतावनी है। अगर समय पर लाइफगार्ड मौजूद होता, तो शायद ग्रंथ आज हमारे बीच होता।”
विधायक और स्थानीय नेताओं का आक्रोश
घटना की सूचना मिलते ही मीरा-भायंदर के विधायक नरेंद्र मेहता, पूर्व नगरसेवक सुरेश खंडेलवाल, भगवती शर्मा समेत सैकड़ों लोग तुंगा हॉस्पिटल पहुंचे। विधायक नरेंद्र मेहता ने इसे स्पष्ट रूप से लापरवाही का मामला बताया। उन्होंने कहा, “पुलिस ने FIR दर्ज कर ली है। जांच में सच्चाई सामने आएगी और दोषियों को सख्त सजा मिलेगी। हम इस दुख की घड़ी में मुथा परिवार के साथ हैं।”
परिवार की मांग: सख्त कार्रवाई और सुरक्षा सुधार
महेंद्र जैन ने स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स के ठेकेदार और जिम्मेदार अधिकारियों पर FIR दर्ज करने की मांग की है। इसके साथ ही उन्होंने ठेका रद्द करने और सभी स्पोर्ट्स सेंटर्स में लाइफगार्ड व सुरक्षा मानकों की नियमित जांच की मांग उठाई है।
उन्होंने सवालिया लहजे में कहा, “ग्रंथ अब इस दुनिया में नहीं है, लेकिन क्या उसकी मौत से कोई सबक लेगा? क्या प्रशासन जागेगा? क्या सिस्टम सुधरेगा, या हम एक और हादसे का इंतजार करेंगे?”
पुलिस जांच और आगे की कार्रवाई
नवघर पुलिस ने इस मामले में जांच शुरू कर दी है और अब तक चार लोगों से पूछताछ की जा चुकी है। पुलिस का कहना है कि CCTV फुटेज और अन्य सबूतों के आधार पर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
एक चेतावनी: सुरक्षा मानकों की अनदेखी का नतीजा
ये हादसा न केवल मुथा परिवार के लिए, बल्कि पूरे समाज के लिए एक सबक है। स्विमिंग पूल जैसे स्थानों पर सुरक्षा मानकों का पालन और प्रशिक्षित लाइफगार्ड की मौजूदगी कितनी जरूरी है, ये इस घटना ने साबित कर दिया।
हम सभी की जिम्मेदारी है कि ऐसी घटनाओं को दोबारा होने से रोकने के लिए कदम उठाए जाएं। ग्रंथ की आत्मा को शांति मिले और उसका परिवार इस दुख को सहन करने की शक्ति पाए।
ये भी पढ़ें: Pope Francis Died: कैथोलिक धर्मगुरु पोप फ्रांसिस का 88 वर्ष की आयु में देहांत, इस बीमारी से थे ग्रस्त