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Most Dangerous Addiction: सिगरेट, शराब या ड्रग्स; जानिए किस चीज की लत सबसे जल्दी लगती है और क्यों!

Most Dangerous Addiction: सिगरेट, शराब या ड्रग्स; जानिए किस चीज की लत सबसे जल्दी लगती है और क्यों!

Most Dangerous Addiction: कहते हैं कि छोटी-छोटी आदतें कभी-कभी जिंदगी पर भारी पड़ जाती हैं। एक सिगरेट का कश, एक गिलास शराब, या फिर ड्रग्स का एक डोज़ – ये सब शुरू तो मज़े के लिए होता है, लेकिन कब ये आदत लत में बदल जाती है, पता ही नहीं चलता। आजकल सिगरेट और शराब तो जैसे कई लोगों की ज़िंदगी का हिस्सा बन चुके हैं। कुछ लोग इन्हें स्टाइल में लेते हैं, तो कुछ इसके बिना रह ही नहीं पाते। लेकिन सवाल ये है कि नशे की लत में सबसे तेज़ी से कौन सा नशा जकड़ लेता है? सिगरेट, शराब या फिर कुछ और… इंसान को सबसे जल्दी किस चीज की लत लगती है? आइए, इसकी सैर करते हैं और समझते हैं कि Drug Addiction और सबसे खतरनाक लत का सच क्या है।

सबसे पहले बात करते हैं कि आखिर लत लगती कैसे है। कोई भी चीज़ तुरंत लत नहीं बनती। चाहे सिगरेट हो, शराब हो, या फिर ड्रग्स, ये सब धीरे-धीरे आपके दिमाग और शरीर को अपनी गिरफ्त में लेते हैं। लेकिन कुछ नशे ऐसे हैं, जो बाकियों से कहीं ज़्यादा तेज़ी से इंसान को जकड़ लेते हैं। मिसाल के तौर पर, हेरोइन या कोकीन जैसे ड्रग्स। ये इतने खतरनाक हैं कि बस एक या दो बार इस्तेमाल करने से ही इनका चस्का लग सकता है। जी हाँ, सिर्फ़ पाँच बार इस्तेमाल करने के बाद ही ये सबसे खतरनाक लत बन सकती है। इसके पीछे का विज्ञान भी कमाल का है। ये ड्रग्स दिमाग में सीधे उन हिस्सों को प्रभावित करते हैं, जो खुशी और सुकून का एहसास देते हैं। एक बार जब ये एहसास मिल जाता है, तो दिमाग बार-बार उसी की माँग करने लगता है।

अब बात करते हैं कैनबिस की, यानी गांजा या हशीश। ये उतनी तेज़ी से लत नहीं बनाता, लेकिन इसका चस्का लगने में करीब छह महीने लग सकते हैं। अगर कोई इसे लगातार दो साल तक लेता है, तो लत की शुरुआत हो जाती है। सिगरेट या बीड़ी की बात करें, तो इनका चस्का भी तकरीबन छह महीने में लग जाता है, लेकिन पूरी तरह लत बनने में दो से तीन साल का वक़्त लगता है। शराब का मामला थोड़ा अलग है। शराब का चस्का लगने में एक से दो साल लगते हैं, लेकिन अगर कोई पाँच साल तक लगातार शराब पीता है, तो ये नशे की लत बन जाती है।

अब सवाल ये है कि इनमें से सबसे खतरनाक लत कौन सी है? जवाब है – सिगरेट और ड्रग्स। इनकी लत सबसे ज़्यादा नुकसानदायक मानी जाती है। सिगरेट में मौजूद निकोटीन एक ऐसा रसायन है, जो सीधे आपके दिमाग को प्रभावित करता है। जब आप सिगरेट पीते हैं, तो उसमें जलने वाली तंबाकू निकोटीन छोड़ती है। ये निकोटीन खून के ज़रिए फेफड़ों से दिमाग तक पहुँचती है। वहाँ ये एक खास तरह के रिसेप्टर को सक्रिय करती है, जिसे निकोटीन एसिटिलकोलीन रिसेप्टर कहते हैं। ये रिसेप्टर फिर डोपामाइन नाम का एक न्यूरोट्रांसमीटर छोड़ते हैं, जो आपको खुशी और सुकून का एहसास देता है। बस यही डोपामाइन है, जो धीरे-धीरे आपको Drug Addiction की गहरी खाई में धकेल देता है।

शराब की लत भी कम खतरनाक नहीं है, लेकिन इसका असर थोड़ा धीमा होता है। शराब पीने से दिमाग में वही खुशी वाला एहसास पैदा होता है, जो सिगरेट या ड्रग्स से मिलता है। लेकिन क्योंकि शराब का असर धीरे-धीरे बढ़ता है, इसकी लत लगने में ज़्यादा समय लगता है। फिर भी, एक बार लत लग जाए, तो इसे छोड़ना उतना ही मुश्किल होता है।

अब एक बड़ा सवाल – नशे की लत इतनी आसानी से क्यों नहीं छूटती? इसका जवाब भी विज्ञान में छिपा है। जब आप कोई नशा करते हैं, तो आपका दिमाग उससे मिलने वाली खुशी को याद रखता है। जैसे ही आप नशा छोड़ने की कोशिश करते हैं, आपका दिमाग उस खुशी को फिर से पाने के लिए तड़पने लगता है। ये तड़प इतनी ताकतवर होती है कि इंसान बार-बार उसी नशे की तरफ लौट जाता है। यही वजह है कि सबसे खतरनाक लत से छुटकारा पाना इतना मुश्किल होता है।

तो अगली बार जब आप सिगरेट, शराब, या किसी और नशे की तरफ हाथ बढ़ाएँ, तो ज़रा सोच लें। ये छोटा-सा शौक कब Drug Addiction में बदल जाएगा, कोई नहीं जानता। और जब बात लत की आती है, तो सिगरेट और ड्रग्स सबसे तेज़ी से आपकी ज़िंदगी को अपनी मुट्ठी में ले सकते हैं।

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