मुंबई

मुंबई की सड़कों पर खून से सना इंसाफ! जानवरों पर अत्याचार के खिलाफ उठी आवाज़

मुंबई की सड़कों पर खून से सना इंसाफ! जानवरों पर अत्याचार के खिलाफ उठी आवाज़

मुंबई के लोखंडवाला कॉम्प्लेक्स और पवई इलाकों में हुई दिल दहला देने वाली घटनाओं ने शहर के पशु प्रेमियों को सड़कों पर उतरने के लिए मजबूर कर दिया है। आवारा कुत्तों के साथ क्रूरता और उनकी निर्मम हत्याओं ने सबको हिला कर रख दिया है।

लोखंडवाला में जहां जै नाम के एक चार साल के कुत्ते को बेरहमी से पीट-पीट कर मार डाला गया, वहीं पवई में एक चौंकाने वाली घटना में आठ कुत्तों को जहर दिया गया। इन कुत्तों में एक माँ भी शामिल थी जो अपने छोटे बच्चों को दूध पिला रही थी।

पशु प्रेमी इस अमानवीय कृत्यों के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद कर रहे हैं। लोखंडवाला और पवई में मोमबत्ती जलाकर मारे गए जानवरों को श्रद्धांजलि दी जा रही है। लोगों का गुस्सा फूट पड़ा है – वे दोषियों को कड़ी सजा दिलाने और जानवरों पर अत्याचार के खिलाफ मौजूदा कानूनों को और सख्त बनाने की मांग कर रहे हैं। कई लोगों का मानना है कि जो कानून हैं वो अपर्याप्त हैं और अपराधियों में खौफ पैदा करने में नाकाम हैं।

जानवरों पर ये अत्याचार सिर्फ क्रूरता की घटनाएं नहीं हैं। ये हमारे समाज में आवारा जानवरों के लिए जगह, या कहें तो उसकी कमी, की ओर इशारा करती हैं। सड़कों पर रहने वाले कुत्तों की मौजूदगी को अक्सर एक समस्या के तौर पर देखा जाता है। पर क्या इस तथाकथित समस्या का समाधान उनकी जान लेना है? ये घटनाएं हमें सोचने पर मजबूर करती हैं कि ऐसे मामलों से निपटने के लिए केवल दंड बढ़ाना ही नहीं, बल्कि लोगों का नज़रिया बदलना भी बेहद आवश्यक है।

पुलिस ने इन मामलों में कुछ लोगों को गिरफ्तार किया है। मगर पशु प्रेमियों का मानना है कि इंसाफ की लड़ाई अभी जारी है। वे लगातार सख्त कानून और उनके सही क्रियान्वयन की मांग कर रहे हैं ताकि भविष्य में जानवरों पर होने वाले अत्याचारों पर लगाम लगाई जा सके।

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