मुंबई

Mumbai: Dengue और Malaria के मामलों में हुई वृद्धि, 22 दिनों में 700 से अधिक मामले आए सामने

Dengue

बरसात के बाद मुंबई (Mumbai) में डेंगू (Dengue) और मलेरिया (Malaria) अपने पांव पसारने लग जाते हैं. आपको जानकर हैरानी होगी कि सिर्फ 1 अक्टूबर से 22 अक्टूबर के बीच डेंगू के 737 मामले सामने आए, तो मलेरिया के 680, जबकि स्वाइन फ्लू के 51 मामलों के अलावा गैस्ट्रोएंटेराइटिस के भी 263 मामले दर्ज हुए हैं. (Over 700 Dengue, Malaria Cases In 22 Days) नागरिक स्वास्थ्य अधिकारी इसका कारण शहर के अनियमित मौसम को बता रहे हैं. गौरतलब है कि रोजाना औसतन 4 से 5 डेंगू के मरीज सामने आ रहे हैं.

बीएमसी के स्वास्थ्य विभाग की मानें तो 1 से 8 अक्टूबर के बीच डेंगू (Dengue) के 250, मलेरिया (Malaria) के 211 और गैस्ट्रोएंटेराइटिस के 90 मामले सामने आए हैं. इस बात को ध्यान में रखते हुए मच्छरों के प्रजनन से निपटने के लिए BMC ने एक एडवाइजरी जारी की है. बीएमसी ने अपने एडवाइजरी में रेखांकित करते हुए ऐसी वस्तुओं को हटाने के लिए कहा है, जिनमें पानी जमा होता है, जैसे कि फेंके गए प्लास्टिक के कंटेनरों या पोखरों में पाया जाता है, ये मच्छरों के लार्वा के लिए प्रजनन स्थल के रूप में काम कर सकता है. नागरिक निकाय ने थर्माकोल के बक्से, टिन और नारियल के गोले जैसी वस्तुओं को जल्द से जल्द हटाने की अपील की है. क्योंकि इस तरह की चीजों में पानी जमा होता है.

हर साल बारिश खत्म होते ही मुंबई में वेक्टर जनित बीमारियों से जुड़े आंकड़ों में तेजी देखी जाती है. इसका श्रेय खासतौर पर व्यापक स्वास्थ्य देखभाल, बेहतर निदान, घनी आबादी और रिपोर्टिंग प्रणालियों को जाता है. यही वजह है कि नागरिक निकाय इस मामले में सक्रिय रूप से मामलों की मैपिंग करने में लगा है. जहां पर भी संक्रमित मामले हैं, वहां के आस पास के करीब 500 घरों का दौरा भी इनके द्वारा किया जा रहा है. हालांकि अब लेप्टोस्पायरोसिस, हेपेटाइटिस और चिकनगुनिया से पीड़ित मरीजों की संख्या में गिरावट देखी जा रही है, जो काफी राहत पहुंचाने वाली बात है.

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