Mumbai ONTV News: मुंबई में बारिश के दौरान मीठी नदी में उफान से आसपास के इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति बन जाती है। इस समस्या से निपटने के लिए, बीएमसी ने मीठी नदी पर 28 फ्लड गेट लगाने का फैसला किया है। ये प्रोजेक्ट चार चरणों में पूरा होगा, जिसमें पहले चरण का काम पहले ही हो चुका है। दूसरे चरण में रिटेनिंग वॉल, सीवरेज चैनल आदि का काम चल रहा है।
तीसरे चरण में सीएसएमटी रोड कुर्ला से माहिम काजवे तक विभिन्न कार्य होंगे, जिनमें फ्लड गेट निर्माण, पंप लगाना, सौंदर्यीकरण आदि शामिल हैं। चौथे चरण में अंडरग्राउंड टनल बनाकर मीठी नदी में गिरने वाले दो नालों के गंदे पानी को धारावी सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट में लाया जाएगा।
ये प्रोजेक्ट 2000 करोड़ रुपये से अधिक का है और इसके पूरा होने में करीब तीन से साढ़े तीन साल का समय लगेगा। बता दें कि फ्लड गेट के लगने से कुर्ला, जरी-मरी, सफेद पुल, बीकेसी, धारावी और एयरपोर्ट एरिया में बाढ़ जैसी स्थिति से राहत मिलेगी। इसके अलावा, हाइटाइड के दौरान समुद्र का पानी अंदर नहीं आएगा और पानी रिहायशी इलाकों और रेलवे ट्रैक तक भी नहीं पहुंच पाएगा। (Mumbai ONTV News)
बीएमसी के अडिशनल कमिश्नर (प्रॉजेक्ट) पी. वेलरासू ने बताया कि 28 फ्लड गेट छोटे आकार के होंगे और इन्हें माहिम खाड़ी से शुरू होने वाले हाइटाइड एरिया सहित अन्य क्षेत्रों में लगाने की योजना है। उन्होंने कहा कि मीठी नदी के किनारे बड़े पैमाने पर अतिक्रमण है, जिसके कारण प्रोजेक्ट पूरा होने में समय लगेगा।
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गौरतलब है कि ये प्रोजेक्ट मुंबई शहर में फ्लड रोकने की योजना का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है और इसके पूरा होने से बाढ़ से होने वाले नुकसान को काफी हद तक कम किया जा सकेगा। इसके अलावा, मीठी नदी के जीर्णोद्धार से मुंबई शहर को एक सुंदर और स्वच्छ नदी भी मिलेगी। ऐसे में ये प्रोजेक्ट मुंबई शहर के लिए बहुत महत्वपूर्ण है और इसके पूरा होने का सभी को बेसब्री से इंतजार है।
हालांकि ये भी ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि मीठी नदी में गंदे पानी को गिरने से रोकने के लिए भी प्रयास किए जाने चाहिए।नागरिकों को भी इस मामले में आगे आना चाहिए और मीठी नदी को स्वच्छ रखने में अपना योगदान देना चाहिए। (Mumbai ONTV News)
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