मुंबई की भागती-दौड़ती ज़िंदगी में अगर आपको घंटों ट्रैफिक में फंसने की चिंता सताती है, तो यह खबर आपके काम की है! शहर के ट्रैफिक को कम करने के लिए बृहन्मुंबई महानगरपालिका (BMC) एक महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट पर काम कर रही है। इस प्रोजेक्ट के तहत, वर्ली के व्यस्त जे.के. कपूर चौक के पास एक बड़ा अंडरपास बनाया जा रहा है। ये 550 मीटर लंबा अंडरपास मुंबई कोस्टल रोड प्रोजेक्ट (MCRP) का एक अहम हिस्सा है।

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आपको बता दें कि कोस्टल रोड प्रोजेक्ट मरीन ड्राइव को बांद्रा-वर्ली सी लिंक से जोड़ने का काम कर रहा है। ट्रैफिक कम करने के मकसद से, अब इसी प्रोजेक्ट के तहत वर्ली में यह खास अंडरपास बनाया जा रहा है। इस अंडरपास से गुजरने पर, प्रभादेवी की तरफ से आने वाले वाहन सीधे कोस्टल रोड या फिर बांद्रा-वर्ली सी लिंक तक पहुंच सकेंगे। पहले इस पूरे रास्ते में काफी देर लग जाती थी।

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अब आपको थोड़ा तकनीकी बातें भी बताते हैं। इस अंडरपास की शुरुआत जे.के. कपूर चौक से होगी। अंडरपास से निकलते ही ड्राइवरों को दो रास्तों का विकल्प मिलेगा:
पहला रास्ता: बांद्रा-वर्ली सी लिंक की तरफ। इससे आप पलक झपकते ही वेस्टर्न सबर्ब्स तक पहुंच जाएंगे।
दूसरा रास्ता: मुंबई कोस्टल रोड की तरफ जो सीधे नरीमन पॉइंट तक जाता है। यानी इस अंडरपास से आप मिनटों में साउथ मुंबई पहुंच सकते हैं।
BMC का मानना है कि इस अंडरपास से शहर की ट्रैफिक व्यवस्था में सुधार आएगा, और लोगों के घंटों बचेंगे। अधिकारियों का यह भी कहना है कि इस महत्वाकांक्षी परियोजना में न केवल खास ध्यान दिया जा रहा है, बल्कि इसे बनाने में ‘ऑस्ट्रियन टनलिंग मेथड’ जैसी आधुनिक तकनीक का भी उपयोग हो रहा है।
अक्टूबर तक इस अंडरपास के तैयार होने की उम्मीद की जा रही है। इस पूरे प्रोजेक्ट में काफी पैसा खर्च हो रहा है, लेकिन BMC को पूरा भरोसा है कि मुंबई की जनता को जल्द ही ट्रैफिक के झंझट से काफी राहत मिलेगी!