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गणेश उत्सव 2024: नागपुर के राजा की प्रतिमा में 1 इंच की बढ़ोतरी, जानें क्यों

गणेश उत्सव 2024: नागपुर के राजा की प्रतिमा में 1 इंच की बढ़ोतरी, जानें क्यों
गणेश उत्सव का इंतजार हर भक्त बेसब्री से करता है, और नागपुर में इस उत्सव का जोश और उमंग कुछ अलग ही होता है। नागपुर के राजा, जो गणेश जी की प्रतिमा के रूप में प्रतिष्ठित होते हैं, हर साल अपनी ऊंचाई में एक इंच की बढ़ोतरी के साथ अपने भक्तों के बीच आते हैं। इस बार भी नागपुर के राजा की मूर्ति की ऊंचाई पिछले साल से एक इंच और बढ़कर लगभग 12 फीट तक पहुंच चुकी है। यह भव्य प्रतिमा नागपुर के रेशमबाग में स्थापित की जाएगी, जहां लाखों भक्त उनके दर्शन के लिए आते हैं।

नागपुर के राजा की खासियत: हर साल बढ़ती ऊंचाई

नागपुर के राजा की प्रतिमा न केवल शहर के गणेश उत्सव की पहचान है, बल्कि यह प्रतिमा हर साल एक इंच बढ़ाई जाती है। इस परंपरा की शुरुआत कई साल पहले हुई थी, और तब से यह एक अनोखी परंपरा बन गई है। इस बार, गणपति बप्पा की मूर्ति 12 फीट ऊंची होगी, जो पिछले साल की 11 फीट ऊंचाई से एक इंच ज्यादा है। मूर्तिकारों की नगरी चितारओली में दिन-रात मेहनत कर कलाकार इस प्रतिमा को तैयार करते हैं।

गणेश उत्सव का अद्भुत माहौल

गणेश उत्सव का जश्न पूरे नागपुर में बेहद धूमधाम से मनाया जाता है। सात सितंबर को जब नागपुर के राजा की प्रतिमा स्थापित की जाएगी, तो शहर में भव्य जुलूस निकाला जाएगा। इस जुलूस में ढोल-नगाड़े बजते हैं, भक्त गाजे-बाजे के साथ राजा को पंडाल तक पहुंचाते हैं। गणेश उत्सव मंडल के सदस्य और भक्तजन बड़ी ही श्रद्धा के साथ राजा का श्रृंगार करते हैं और विधिवत आरती होती है।

रेशमबाग के पंडाल में यह प्रतिमा अगले 10 दिनों तक स्थापित रहेगी, और इस दौरान न केवल नागपुर से बल्कि पूरे भारतवर्ष से भक्त यहां दर्शन के लिए आएंगे। विदर्भ, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, कर्नाटक और उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों से हजारों श्रद्धालु नागपुर के राजा के दर्शन करने आते हैं।

नागपुर के राजा की शोभायात्रा और अनोखी परंपराएं

नागपुर के राजा का जुलूस एक अद्भुत दृश्य होता है। इसमें हजारों लोग शामिल होते हैं, जो राजा की प्रतिमा को पूरे शहर का भ्रमण कराते हैं। ढोल, नगाड़े, और बैंड बाजों की धुन पर भक्त नाचते-गाते हुए राजा के साथ चलते हैं। इस जुलूस में हिस्सा लेना और राजा के दर्शन करना भक्तों के लिए एक बड़ी बात होती है, क्योंकि नागपुर के राजा को खास तौर पर “मनोकामनाएं पूर्ण करने वाले” के रूप में पूजा जाता है।

विशाल मूर्ति के साथ नागपुर के राजा का दर्शन करना और उनका जुलूस देखना भक्तों के लिए एक अद्भुत और आध्यात्मिक अनुभव होता है। यह गणेश उत्सव का सबसे प्रतीक्षित और यादगार हिस्सा होता है, जिसे देखने के लिए लोग दूर-दूर से आते हैं।

नागपुर के राजा का महत्व

नागपुर के राजा न केवल धार्मिक रूप से महत्वपूर्ण हैं, बल्कि वे एकता और संस्कृति के प्रतीक भी माने जाते हैं। राजा के प्रति भक्तों की अटूट आस्था और उनका मानना है कि राजा उनकी सभी मनोकामनाएं पूरी करते हैं। नागपुर के राजा की मूर्ति हर साल एक इंच बढ़ाने की परंपरा भी भक्तों के लिए आकर्षण का केंद्र बनी रहती है।


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