NAINA City Project: मुंबई भारत की वित्तीय राजधानी रही है, लेकिन अब महाराष्ट्र सरकार एक नए वाणिज्यिक हब के रूप में नवी मुंबई एयरपोर्ट इन्फ्लुएंस नोटिफाइड एरिया (NAINA) को विकसित करने जा रही है। इसे ‘तीसरा मुंबई’ कहा जा रहा है। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने 28 फरवरी को मुंबई टेक वीक के दूसरे संस्करण में इस महत्वाकांक्षी योजना का जिक्र करते हुए NAINA को राज्य का अगला प्रमुख व्यावसायिक केंद्र बताया।
फडणवीस ने कहा, “मुंबई हमेशा से व्यावसायिक राजधानी रही है, लेकिन अब इसका समय पूरा हो चुका है। अब हमें एक नया व्यावसायिक केंद्र बनाना होगा।” उन्होंने NAINA को रायगढ़ जिले में बन रहे नवी मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट के आसपास विकसित किए जाने वाले शहरी क्षेत्र के रूप में वर्णित किया।
NAINA सिटी क्या है?
NAINA (नवी मुंबई एयरपोर्ट इन्फ्लुएंस नोटिफाइड एरिया) सिटी एंड इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन (CIDCO) द्वारा विकसित किया जा रहा एक भविष्यवादी शहर है। यह प्रोजेक्ट मुंबई की भीड़भाड़ को कम करने, नए आर्थिक अवसर पैदा करने और भविष्य के लिए एक टिकाऊ शहरी मॉडल स्थापित करने के उद्देश्य से शुरू किया गया है।
स्मार्ट और टिकाऊ शहरी योजना
371 वर्ग किलोमीटर में फैले NAINA को भारत के सबसे बड़े नियोजित शहरी प्रोजेक्ट्स में से एक बताया जा रहा है। इसमें आवासीय, वाणिज्यिक और औद्योगिक क्षेत्रों का मिश्रण होगा, जो व्यवसाय और आवास की बढ़ती मांग को पूरा करेगा।
शहर का डिजाइन एक थीमैटिक डेवलपमेंट मॉडल पर आधारित है, जिसमें टेक्नोलॉजी पार्क, फाइनेंशियल हब और लॉजिस्टिक्स सेंटर जैसे अलग-अलग सेक्टरों के लिए अलग-अलग जगह निर्धारित की गई है। इसका उद्देश्य उद्योगों, व्यवसायों और निवासियों के लिए एक संतुलित वातावरण बनाना है।
रणनीतिक स्थान और कनेक्टिविटी
NAINA का सबसे बड़ा फायदा इसकी मुंबई से नजदीकी और अच्छी तरह से नियोजित कनेक्टिविटी है। इसे मुंबई से जोड़ने के लिए निम्नलिखित इंफ्रास्ट्रक्चर पर काम किया जा रहा है:
- मुंबई ट्रांस हार्बर लिंक (MTHL): यह समुद्री पुल मुंबई और नवी मुंबई के बीच यात्रा का समय कम करेगा।
- प्रस्तावित मेट्रो नेटवर्क: NAINA और आसपास के क्षेत्रों में सार्वजनिक परिवहन को सुगम बनाएगा।
- विकसित हाईवे: बांद्रा-कुर्ला कॉम्प्लेक्स (BKC) और महाराष्ट्र के औद्योगिक क्षेत्रों तक आसान पहुंच प्रदान करेंगे।
ये इंफ्रास्ट्रक्चर अपग्रेड NAINA को आईटी, फाइनेंस और लॉजिस्टिक्स जैसे सेक्टर्स के लिए एक प्रमुख निवेश स्थल बनाते हैं।
पर्यावरण अनुकूल और टिकाऊ विकास
NAINA को एक पर्यावरण अनुकूल शहर के रूप में डिजाइन किया गया है, जो सस्टेनेबिलिटी को प्राथमिकता देता है। CIDCO ने इसमें निम्नलिखित सुविधाएं शामिल की हैं:
- हरित क्षेत्र और पार्क: स्वच्छ वातावरण को बढ़ावा देने के लिए।
- कुशल कचरा प्रबंधन प्रणाली: टिकाऊ जीवन सुनिश्चित करने के लिए।
- स्मार्ट जल आपूर्ति समाधान: पानी की बर्बादी को कम करने और संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए।
इसके अलावा, NAINA एक लो-कार्बन डेवलपमेंट मॉडल का पालन करेगा, जिससे उत्सर्जन कम होगा और ग्रीन बिल्डिंग प्रथाओं को प्रोत्साहन मिलेगा।
लैंड पूलिंग मॉडल: एक अनोखा विकास दृष्टिकोण
NAINA की सबसे खास बात इसका लैंड पूलिंग मॉडल है। इसमें जमीन मालिकों को विस्थापित करने के बजाय, उन्हें शहर के विकास में हिस्सेदार बनाया जाएगा। इस मॉडल के तहत:
- जमीन मालिक अपनी जमीन को डेवलपमेंट पूल में शामिल करते हैं।
- बदले में उन्हें विकसित जमीन का एक हिस्सा मिलता है।
- शहरीकरण के कारण उनकी जमीन का मूल्य काफी बढ़ जाता है।
यह दृष्टिकोण सुनिश्चित करता है कि विकास समावेशी हो और स्थानीय समुदायों को लाभ पहुंचे।
NAINA City Project: आर्थिक विकास और विकेंद्रीकरण को बढ़ावा
मुंबई की भीड़भाड़ और इंफ्रास्ट्रक्चर की सीमाओं के बीच, महाराष्ट्र विकेंद्रीकृत शहरीकरण की ओर बढ़ रहा है। NAINA इस संक्रमण में अहम भूमिका निभाएगा और मुंबई पर दबाव को कम करते हुए व्यवसायों और निवासियों के लिए विश्वस्तरीय इंफ्रास्ट्रक्चर प्रदान करेगा।
अपनी आधुनिक सुविधाओं, बेहतर कनेक्टिविटी और टिकाऊ योजना के साथ, NAINA शहरी जीवन को नए सिरे से परिभाषित करेगा और मुंबई की पारंपरिक सीमाओं से परे विकास का एक नया युग शुरू करेगा।
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