प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में एक राजनीतिक सभा में एक ऐसा बयान दिया है, जिसने राजनीतिक गलियारों में खलबली मचा दी है। उन्होंने कहा कि देश की 140 करोड़ की आबादी ही उनकी वास्तविक वारिस है। इस बयान का आशय यह था कि वे देश के हर नागरिक को अपने परिवार का हिस्सा मानते हैं और उनकी भलाई को ही अपना प्रमुख लक्ष्य मानते हैं।
मोदी जी ने अपने बयान में कांग्रेस पार्टी पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की चार पीढ़ियों ने देश पर शासन किया है, लेकिन आज उनकी स्थिति इतनी खराब हो गई है कि वह महज चार लोकसभा सीटों पर ही लड़ने की स्थिति में है। इस तरह उन्होंने कांग्रेस पार्टी को निशाना बनाते हुए, उसकी घटती राजनीतिक प्रासंगिकता पर प्रहार किया।
वहीं, अपनी पार्टी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को वह जनता की असली प्रतिनिधि के रूप में पेश कर रहे थे। उन्होंने संकेत दिया कि भाजपा ही वास्तव में देश की जनता के हितों का प्रतिनिधित्व करती है।
इस बयान को मोदी की एक रणनीति के तौर पर भी देखा जा रहा है, जिसके तहत वे आगामी लोकसभा चुनाव में जनता के बीच अपनी पार्टी की छवि को मजबूत करने और विपक्ष, खासकर कांग्रेस को कमजोर करने की कोशिश कर रहे हैं। उनका यह प्रयास राष्ट्रीय स्तर पर चुनावी माहौल को गरमा सकता है।
विपक्षी दलों ने भी इस बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। वे इसे जनता के साथ धोखाधड़ी करार दे रहे हैं और कह रहे हैं कि मोदी सरकार ने अब तक जनता के हित में कोई ठोस काम नहीं किया है। कुल मिलाकर, मोदी के इस बयान ने राजनीतिक बहस को नई दिशा दे दी है और यह चुनावी मुद्दा बनता जा रहा है।