महाराष्ट्र में मानसून का मौसम शुरू हो चुका है। पुणे और कई अन्य क्षेत्रों में अच्छी बारिश हो रही है, जबकि कुछ इलाकों में अभी भी बारिश का इंतजार है। बरसात के मौसम में पहाड़ी इलाकों में भूस्खलन का खतरा बढ़ जाता है। रायगड जिले में प्रशासन ने एक सर्वेक्षण किया है, जिसमें 19 गांवों को भूस्खलन की संभावना वाले क्षेत्र के रूप में चिन्हित किया गया है।
चिन्हित गांव: भूगर्भ विज्ञान विभाग के सर्वेक्षण के अनुसार, महाड में नौ गांव, पोलादपुर के छह गांव, और महासाला, कर्जत, श्रीवर्धन और खालापुर तालुका के एक-एक गांव भूस्खलन की चपेट में आ सकते हैं।
पिछले हादसे: 2021 में महाड के तालिये गांव में भूस्खलन से 84 लोगों की मौत हुई थी। 2023 में खालापुर तालुका के इरशालवाड़ी गांव में भी भूस्खलन से 84 लोगों की जान चली गई थी।
सरकार की मदद: पिछले साल भारी बारिश के कारण राज्य में कई जगहों पर भूस्खलन हुआ था। राज्य सरकार ने इरशालवाड़ी हादसे में मारे गए लोगों के परिवारों को 5 लाख रुपये का मुआवजा दिया था। साथ ही, भारी बारिश और बाढ़ से प्रभावित प्रत्येक परिवार को 10,000 रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान की गई थी। छोटी दुकान वालों को 50,000 रुपये और सड़क किनारे रेहड़ी लगाने वालों को 10,000 रुपये की सहायता भी दी गई थी।
मौसम का अनुमान: मौसम विभाग ने शनिवार को कोंकण के जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना जताई है। मराठवाड़ा के जिलों में आंधी और तेज हवाएं (30-40 किमी प्रति घंटे) के साथ मध्यम बारिश की संभावना है। विदर्भ के जिलों में भी आंधी और तेज हवाएं चलने का अनुमान है।
कोंकणातील जिल्ह्यांमध्ये तुरळक ठिकाणी मुसळधार ते अति मुसळधार पाऊस पडण्याची शक्यता आहे.
मध्य महाराष्ट्रातील जिल्ह्यांमध्ये घाट भागातील तुरळक ठिकाणी मुसळधार ते अति मुसळधार पाऊस पाऊस पडण्याची शक्यता आहे.
— Regional Meteorological Center,Mumbai (@RMC_Mumbai) July 6, 2024
येलो और ऑरेंज अलर्ट: मौसम विभाग ने मुंबई, पुणे, रायगड और सतारा के लिए येलो और ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। मुंबई और उसके उपनगरीय इलाकों में 2-3 दिनों तक हल्की से मध्यम बारिश की भविष्यवाणी की गई है। घाट वाले क्षेत्रों में भारी बारिश का अनुमान भी जताया गया है।
इस प्रकार, महाराष्ट्र में मानसून के दौरान भूस्खलन का खतरा बना रहता है और प्रशासन ने पहले से ही संभावित क्षेत्रों को चिन्हित कर लिया है ताकि समय पर कार्रवाई की जा सके और लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
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