NCP: महाराष्ट्र की राजनीति में मंगलवार को बड़ा उलटफेर हुआ। चुनाव आयोग ने अजित पवार को राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) का नाम और चुनाव चिह्न ‘घड़ी’ आवंटित करते हुए पार्टी का नया बॉस घोषित कर दिया। ये फैसला शरद पवार के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है, जिन्होंने 1999 में एनसीपी की स्थापना की थी।
चुनाव आयोग का फैसला:
चुनाव आयोग ने अजित पवार गुट को NCP का दर्जा देते हुए कहा कि उनके पास पार्टी के अधिक विधायक और सांसद हैं। आयोग ने यह भी कहा कि शरद पवार गुट पार्टी के संविधान का पालन नहीं कर रहा था।
शरद पवार गुट का विरोध:
शरद पवार गुट ने चुनाव आयोग के फैसले का कड़ा विरोध किया है। NCP की कार्यकारी अध्यक्ष सुप्रिया सुले ने इसे “लोकतंत्र की हत्या” करार दिया और कहा कि वे इस फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देंगे।
नया नाम:
चुनाव आयोग ने शरद पवार गुट को ‘राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी-शरदचंद्र पवार’ नाम का इस्तेमाल करने की अनुमति दी है।
पार्टी का भविष्य:
यह देखना बाकी है कि NCP के इस विभाजन का महाराष्ट्र की राजनीति पर क्या प्रभाव पड़ेगा। दोनों गुटों के बीच कानूनी लड़ाई जारी रहने की संभावना है।
अन्य महत्वपूर्ण बातें:
अजित पवार महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री हैं।
शरद पवार NCP के संस्थापक और पूर्व अध्यक्ष हैं।
NCP महाराष्ट्र में एक प्रमुख राजनीतिक दल है।
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