मुंबई

दोपहिया सवारी का नया सफर: महाराष्ट्र में बाइक टैक्सी की गूंज, ऑटो वालों के चेहरे पर चिंता की लकीरें

बाइक टैक्सी, महाराष्ट्र

महाराष्ट्र की सड़कों पर जल्द ही एक नया दृश्य देखने को मिलेगा। राज्य सरकार ने शहरी क्षेत्रों में बाइक टैक्सी सेवा को मंजूरी दे दी है। यह फैसला कई लोगों के लिए खुशी का कारण बन सकता है, लेकिन कुछ लोगों के लिए चिंता का विषय भी है। आइए इस मुद्दे पर विस्तार से चर्चा करें।

सरकार का फैसला और उसका प्रभाव: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने बाइक टैक्सी सेवा को लागू करने की स्वीकृति दे दी है। हालांकि, अभी तक इसका आधिकारिक आदेश जारी नहीं किया गया है। यह फैसला रैपिडो, ओला और उबर जैसी कंपनियों के लिए राहत भरा है। इन कंपनियों को अब महाराष्ट्र में अपनी सेवाएं शुरू करने का मौका मिलेगा।

सेवा के नियम और सीमाएं: मुंबई में बाइक टैक्सियां 10 किलोमीटर तक की दूरी तय कर सकेंगी, जबकि अन्य शहरों में यह सीमा 5 किलोमीटर रखी गई है। सरकार ने सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए कुछ नियम भी बनाए हैं। सभी बाइकों में जीपीएस लगा होना जरूरी है। साथ ही, चालकों का पंजीकरण और बुनियादी प्रशिक्षण अनिवार्य किया गया है।

कंपनियों के लिए शर्तें: बाइक टैक्सी सेवा चलाने वाली कंपनियों के पास कम से कम 50 बाइक का बेड़ा होना चाहिए। इसके लिए उन्हें 1 लाख रुपये का पंजीकरण शुल्क देना होगा। बड़े बेड़े वाली कंपनियों को 5 लाख रुपये का शुल्क देना होगा। यह नियम सेवा की गुणवत्ता और विश्वसनीयता सुनिश्चित करने के लिए बनाया गया है।

ऑटो-रिक्शा चालकों का विरोध: जहां एक ओर यह फैसला कई लोगों के लिए सुविधाजनक हो सकता है, वहीं दूसरी ओर ऑटो-रिक्शा चालकों ने इसका विरोध किया है। ऑटोरिक्शा चालक-मालक संगठन के अध्यक्ष शशांक राव का कहना है कि ऑटो चालक पहले से ही आर्थिक संकट का सामना कर रहे हैं। बाइक टैक्सियों के आने से उनकी समस्याएं और बढ़ सकती हैं। उनका यह भी कहना है कि सरकार इन सेवाओं को नियंत्रित नहीं कर पाएगी, जैसा कि ओला और उबर के मामले में देखा गया है।

अन्य राज्यों का अनुभव: महाराष्ट्र ऐसा पहला राज्य नहीं है जहां बाइक टैक्सी सेवा शुरू हो रही है। गोवा, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, पश्चिम बंगाल और कर्नाटक में यह सेवा पहले से ही चल रही है। गोवा में यह सेवा काफी लोकप्रिय है। वहां की संकरी सड़कों पर दोपहिया वाहन चलाना आसान होता है, इसलिए लोग इसे पसंद करते हैं।

मुंबई की चुनौतियां: मुंबई जैसे भीड़भाड़ वाले शहर में बाइक टैक्सी सेवा की सफलता एक बड़ी चुनौती हो सकती है। शहर में पहले से ही 28 लाख दोपहिया वाहन हैं। बाइक टैक्सियों की शुरुआत से ट्रैफिक की समस्या और बढ़ सकती है। इसलिए सरकार को इस पहलू पर भी ध्यान देना होगा।

ये भी पढ़ें: शिव शंकर का श्रावण श्रृंगार: आज सोमवार से सजेगा सावन का सिंहासन, महाराष्ट्र में 15 दिन के बाद…

You may also like