चुनाव आयोग ने रविवार को मिड डे अखबार की रिपोर्ट को सख्ती से नकारा है, जिसमें दावा किया गया था कि ईवीएम (इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन) को एक फोन के जरिए अनलॉक किया जाता है। चुनाव आयोग ने स्पष्ट किया है कि यह खबर पूरी तरह गलत है और ईवीएम में किसी भी फोन या ओटीपी (वन टाइम पासवर्ड) की जरूरत नहीं होती है।
क्या कहा चुनाव आयोग ने?
चुनाव आयोग ने बयान जारी करते हुए कहा, “आज एक न्यूजपेपर (मिड डे) में खबर आई कि ईवीएम को एक फोन से अनलॉक किया जाता है। यह बिलकुल गलत है। ईवीएम में किसी फोन या OTP की जरूरत नहीं है। यह पूरी तरह वायरलेस प्रोसिजर है और स्वतंत्र है। यह खबर गलत है।”
चुनाव आयोग ने जोर देकर कहा कि ईवीएम को हैक नहीं किया जा सकता और इस प्रकार की खबरें केवल गलतफहमी पैदा करती हैं। आयोग ने मिड डे अखबार को गलत खबर फैलाने के लिए धारा 499 और 505 के तहत नोटिस भेजा है।
BREAKING: The returning officer has issued a notice to MidDay Newspaper for spreading misinformation about the EVM & creating doubts in the Indian Electoral system: Poll officials pic.twitter.com/rLAcLA8Sxu
— Prashant Kumar (@scribe_prashant) June 16, 2024
ENCORE सिस्टम क्या है?
चुनाव आयोग ने बताया कि ENCORE एक ऐसा सिस्टम है, जिसमें डाटा अपलोड किया जाता है। इसका ईवीएम से कोई लेना-देना नहीं है। आयोग ने ENCORE ऑपरेटर पर भी एफआईआर दर्ज कराई है।
मुंबई की उत्तर पश्चिम लोकसभा सीट का विवाद
मुंबई की उत्तर पश्चिम लोकसभा सीट पर चल रहे विवाद को देखते हुए चुनाव आयोग ने यह प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की। इस सीट पर रिकाउंटिंग के बाद एकनाथ शिंदे गुट की शिवसेना से उम्मीदवार रविंद्र वायकर 48 वोट से जीत गए थे। इसपर उद्धव ठाकरे गुट के उम्मीदवार अमोल कीर्तिकर ने कई सवाल खड़े किए।
एफआईआर दर्ज
इस मामले में मुंबई के वनराई पुलिस स्टेशन में रविंद्र वायकर के रिश्तेदार मंगेश पंडिलकर और ENCORE ऑपरेटर दिनेश गौरव पर एफआईआर दर्ज की गई है। आरोप है कि मंगेश पंडिलकर ने काउंटिंग सेंटर पर मोबाइल फोन का इस्तेमाल किया।
#WATCH | Mumbai Suburban Returning Officer, Vandana Suryavanshi says, "No OTP is needed to unlock the EVM. There is no mobile OTP needed to unlock the EVM as it is a non-programmable offence…It has advanced technical features and there is no communication device on the EVM…It… pic.twitter.com/EEB4Cn4AlT
— ANI (@ANI) June 16, 2024
मिड डे की रिपोर्ट में क्या दावा किया गया था?
मिड डे अखबार की रिपोर्ट में दावा किया गया था कि चुनाव आयोग के अधिकारी गौरव के पास एक मोबाइल था, जो वोटिंग के दौरान ओटीपी जनरेट करता था। इसी फोन को वायकर के करीबी पांडिलकर उपयोग कर रहे थे। पुलिस को संदेह है कि इस फोन का इस्तेमाल शाम को 4 बजे के बाद तक हुआ था। उस वक्त इस सीट पर दोनों ही नेताओं के बीच कड़ी टक्कर चल रही थी।
चुनाव आयोग ने स्पष्ट किया है कि ईवीएम में किसी भी प्रकार की बाहरी डिवाइस का इस्तेमाल नहीं किया जा सकता और यह पूरी तरह सुरक्षित है। आयोग ने मिड डे अखबार के खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है और जनता से अपील की है कि वे इस प्रकार की गलत खबरों पर विश्वास न करें।