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संसद सत्र कल से: सब कुछ जो आपको जानना चाहिए

संसद सत्र कल से: सब कुछ जो आपको जानना चाहिए

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 9 जून को शपथ लेने के साथ ही 18वीं लोकसभा का कामकाज शुरू हो गया। लोकसभा का पहला सत्र 24 जून से 3 जुलाई तक चलेगा। इस 10 दिन के सत्र में कुल 8 बैठकें होंगी। पहले दो दिन प्रोटेम स्पीकर भर्तृहरि महताब नए सांसदों को शपथ दिलाएंगे। 26 जून को लोकसभा स्पीकर का चुनाव होगा। 27 जून को राज्यसभा का 264वां सत्र शुरू होगा, उसी दिन राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू दोनों सदनों में अभिभाषण देंगी।

संसद सत्र का विवरण

24-25 जून: प्रोटेम स्पीकर शपथ दिलाएंगे प्रोटेम स्पीकर भर्तृहरि महताब नए सांसदों को शपथ दिलाएंगे। उन्होंने 7 बार ओडिशा से चुनाव जीता है। कांग्रेस ने अपने 8 बार के सांसद कोडिकुन्निल सुरेश को प्रोटेम स्पीकर बनाने की मांग की थी, लेकिन उनकी वरिष्ठता का आधार नहीं बना।

26 जून: लोकसभा स्पीकर का चुनाव भाजपा के ओम बिड़ला को फिर से स्पीकर बनाने की संभावना है। एनडीए के सहयोगी दलों ने भी इस फैसले का समर्थन किया है। विपक्षी गठबंधन इंडिया ब्लॉक डिप्टी स्पीकर पद की मांग करेगा।

27 जून: राज्यसभा सत्र और राष्ट्रपति का अभिभाषण 27 जून को राज्यसभा का 264वां सत्र शुरू होगा और राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू दोनों सदनों को संबोधित करेंगी। इस भाषण में सरकार के अगले 5 साल के कार्यक्रम का रोडमैप पेश किया जाएगा।

1-3 जुलाई: धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा राष्ट्रपति के अभिभाषण के बाद संसद के दोनों सदनों में धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा होगी। विपक्ष NEET परीक्षा की गड़बड़ी, UGC नेट एग्जाम कैंसिलेशन और अग्निवीर योजना को लेकर सरकार को घेरने की कोशिश करेगा।

महत्वपूर्ण मुद्दे और संभावित हंगामा

संसद सत्र में NEET परीक्षा में गड़बड़ी, तीन क्रिमिनल लॉ समेत अन्य मुद्दों पर हंगामे के आसार हैं। विपक्षी दल इन मुद्दों पर सरकार को घेरे रहेंगे।

18वीं लोकसभा की विशेषताएँ

40 दिन छोटा सत्र 18वीं लोकसभा का पहला सत्र 17वीं लोकसभा की तुलना में 40 दिन छोटा है।

नेता प्रतिपक्ष की कुर्सी इस बार लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष भी होगा। 10 साल से यह पद खाली था, क्योंकि 2014 के बाद से किसी भी विपक्षी दल के 54 सांसद नहीं जीते थे।

पक्ष और विपक्ष की स्थिति

18वीं लोकसभा में NDA के पास 293 सांसद हैं। विपक्ष मजबूत हुआ है, जिसमें इंडिया ब्लॉक के पास 234 सीटें हैं। कांग्रेस के पास 100 सीटें हैं, जो सदन में दूसरी सबसे बड़ी पार्टी है।

जेल में बंद सांसदों की शपथ

जेल में बंद निर्वाचित प्रतिनिधियों को शपथ लेने के लिए पैरोल दी जाती है। शपथ लेने के बाद वे वापस जेल चले जाते हैं।

लोकसभा की लोक लेखा समिति

लोकसभा की लोक लेखा समिति का अध्यक्ष आमतौर पर नेता प्रतिपक्ष को ही बनाया जाता है। इस समिति के पास प्रधानमंत्री तक को तलब करने का अधिकार होता है।

इस सत्र में कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा होगी और विपक्ष सरकार को घेरे रहेंगे। यह सत्र भारतीय लोकतंत्र के लिए महत्वपूर्ण साबित होगा।

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