भाजपा और कांग्रेस दोनों ही एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार की हालिया टिप्पणी पर अलग-अलग प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। शरद पवार ने कहा था कि एक दिन एनसीपी और शिवसेना यूबीटी का कांग्रेस में विलय हो सकता है।
भाजपा के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस का मानना है कि शरद पवार की इस टिप्पणी के बाद ये दोनों पार्टियां जल्द ही कांग्रेस में विलीन हो जाएंगी। उन्होंने कहा कि यह केवल समय की बात है। फडणवीस ने यह भी कहा कि पवार अतीत में भी नई पार्टियां बनाकर उन्हें कांग्रेस में विलीन कर चुके हैं।
दूसरी तरफ, कांग्रेस नेता विजय वडेट्टीवार का मानना है कि जब शरद पवार जैसे महान दूरदर्शी नेता ने ऐसा कुछ कहा है तो निश्चित तौर पर उनकी दीर्घकालिक राजनीतिक रणनीति के पीछे कोई सोच होगी।
इधर, शिंदे गुट के नेता संजय निरुपम ने कहा कि एनसीपी के कांग्रेस में विलय की चर्चा काफी समय से चल रही है। उन्होंने बताया कि अतीत में भी कांग्रेस ने एनसीपी को अपने साथ मिलने का प्रस्ताव दिया था लेकिन वह साकार नहीं हुआ।
वहीं, अजित पवार जिनकी पार्टी एनसीपी अभी भाजपा के साथ गठबंधन में है, उन्होंने कहा कि शरद पवार की बातें उनके निजी विचार हैं।
इस तरह एक तरफ भाजपा इस बात को लेकर उत्साहित है कि एनसीपी और शिवसेना यूबीटी जल्द ही कांग्रेस में विलीन हो जाएंगी। वहीं कांग्रेस मानती है कि शरद पवार की यह टिप्पणी उनकी लंबी राजनीतिक रणनीति की एक कड़ी है। इसके पीछे उनके ऐसे ही कुछ गहन विचार होंगे।
इस मामले में सभी दलों की नजरें पवार पर टिकी हुई हैं कि वे आगे क्या कदम उठाते हैं। शरद पवार के फैसले से महाराष्ट्र की राजनीति पर गहरा असर पड़ सकता है।