आगामी लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर राजनीतिक बयानबाजी तेज हो गई है। इस बार विवाद का केंद्र बिंदु बड़े उद्योगपति अडाणी और अंबानी हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विपक्षी कांग्रेस नेतृत्व के बीच इस मुद्दे पर जुबानी जंग छिड़ गई है।
एक जनसभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कांग्रेस पर निशाना साधा। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस के “शहजादे” ने अडाणी और अंबानी को गाली देना बंद कर दिया है। पीएम मोदी ने संकेत दिया कि चुनाव के दौरान कांग्रेस और इन उद्योगपतियों के बीच कोई गुप्त समझौता हुआ है।
प्रधानमंत्री ने यह भी सवाल उठाया कि क्या कांग्रेस को “टेंपो भरकर माल” पहुंचा है, जिससे विपक्ष अब इन उद्योगपतियों पर हमला नहीं कर रहा है। उनका इशारा कथित रूप से कांग्रेस को धन प्राप्त होने की ओर था।
इस पर कांग्रेस ने पलटवार किया। पार्टी की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि राहुल गांधी हर दिन अडाणी और अंबानी के बारे में बात करते हैं और उनके बारे में सच्चाई जनता के सामने रखते हैं। उन्होंने पीएम मोदी के आरोपों को खारिज किया।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी पीएम पर निशाना साधा। खड़गे का कहना था कि तीन चरणों के चुनाव पूरे होने के बाद आज प्रधानमंत्री अपने “मित्रों” पर ही हमलावर हो गए हैं।
इस विवाद पर राहुल गांधी ने भी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने एक वीडियो जारी कर पीएम मोदी पर तंज कसा। वीडियो में उन्होंने कहा, “मोदी जी, थोड़ा सा घबरा गए क्या?”
इस तरह, दोनों पक्षों के बीच जुबानी जंग छिड़ गई है। ये आरोप-प्रत्यारोप आगामी लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर किए जा रहे हैं। भाजपा और कांग्रेस दोनों ही अडाणी-अंबानी मुद्दे पर एक-दूसरे पर निशाना साध रहे हैं।
प्रधानमंत्री के बयान से लगता है कि वह कांग्रेस पर इन उद्योगपतियों के साथ कथित रूप से “समझौता” करने का आरोप लगा रहे हैं। दूसरी ओर, कांग्रेस का दावा है कि वह अडाणी-अंबानी को लेकर मुद्दा उठाना जारी रखेगी।
राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि यह मुद्दा आगामी चुनावों में गरमाया रहेगा। दोनों पक्षों के बीच इस मुद्दे पर आरोप-प्रत्यारोप जारी रहेंगे। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि जनता किस पक्ष की बातों पर विश्वास करती है और वोट कैसे पड़ते हैं।