मुंबई

घिबली स्टाइल आर्ट के दीवाने हुए लोग, मुंबई साइबर सेल ने किया सावधान

घिबली स्टाइल आर्ट
Image Source - Web

आजकल पूरे भारत में, खासकर मुंबई में, घिबली स्टाइल आर्ट लोगों के बीच काफी लोकप्रिय हो रहा है। ये ट्रेंडी आर्ट सोशल मीडिया पर धूम मचा रहा है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि इसके पीछे एक बड़ा खतरा छिपा हो सकता है? महाराष्ट्र साइबर सेल ने इसको लेकर एक महत्वपूर्ण एडवाइजरी जारी की है, जिसमें घिबली आर्ट के जरिए आपका डेटा विदेशी कंपनियों तक पहुंचने और गलत इस्तेमाल होने की आशंका जताई गई है। यहां हम आपको बताएंगे कि घिबली स्टाइल आर्ट क्या है, ये क्यों खतरनाक है, और इससे बचने के लिए आपको क्या करना चाहिए।

घिबली स्टाइल आर्ट एक तरह की एआई-जनरेटेड छवियां होती हैं, जो जापानी एनिमेशन स्टाइल से प्रेरित होती हैं। ये आपकी तस्वीरों को कार्टून या एनिमेटेड लुक देता है, जिसे लोग सोशल मीडिया पर खूब शेयर कर रहे हैं। लेकिन महाराष्ट्र साइबर सेल ने चेतावनी दी है कि ये मजेदार दिखने वाला ट्रेंड आपकी गोपनीयता को खतरे में डाल सकता है। साइबर सेल की एडवाइजरी में बताया गया है कि घिबली स्टाइल आर्ट, खासकर रिवर्स घिबली स्टाइल आर्ट, बेहद जोखिम भरा हो सकता है। इस तकनीक के जरिए विदेशी कंपनियां आपकी तस्वीरों को असली इमेज में बदलकर गलत इस्तेमाल कर सकती हैं। इसलिए लोगों से ऐसे एप्लिकेशन का उपयोग न करने और सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।

जांच के दौरान साइबर सेल ने पाया कि कई एआई इमेज जेनरेटर, जैसे घिबली आर्ट, आपके डिवाइस की फाइलों तक पहुंच मांगते हैं। ये प्लेटफॉर्म आपकी तस्वीरों को अपलोड करने के बाद डेटाबेस बनाते हैं, जिनका उपयोग मॉडल ट्रेनिंग या अन्य गैर-कानूनी उद्देश्यों के लिए हो सकता है। सबसे चिंताजनक बात ये है कि कुछ एप्लिकेशन आपकी मूल तस्वीरों से मिलती-जुलती इमेज बना सकते हैं, जिससे आपकी निजी जानकारी खतरे में पड़ सकती है। महाराष्ट्र साइबर सेल के डीआईजी यशस्वी यादव ने बताया कि आज आपका चेहरा सिर्फ एक तस्वीर नहीं, बल्कि बायोमेट्रिक जानकारी है। अगर ये गलत हाथों में पड़ जाए, तो इसे स्टोर किया जा सकता है, प्रोसेस किया जा सकता है, या शेयर किया जा सकता है। इससे आपकी पहचान चोरी, डेटा लीक, और अनधिकृत निगरानी जैसी गंभीर समस्याएं हो सकती हैं।

गौरतलब है कि पहले भी कई बार ऐसे मामले सामने आ चुके हैं, जहां समान प्लेटफॉर्म्स से चेहरों का डेटा लीक होने की वजह से लोगों को नुकसान उठाना पड़ा है। साइबर सेल ने सुझाव दिया है कि किसी भी एआई प्लेटफॉर्म पर अपनी निजी तस्वीरें अपलोड करने से पहले अच्छी तरह सोच-विचार करें। अगर कोई एप्लिकेशन आपकी फाइलों तक पहुंच मांगता है, तो उसकी सावधानीपूर्वक जांच करें। अनौपचारिक या कम विश्वसनीय एप्लिकेशन से पूरी तरह बचें और ऐसी सामग्री शेयर करने से परहेज करें, जिसमें आपकी निजी या संवेदनशील जानकारी हो सकती है।

घिबली स्टाइल आर्ट भले ही मजेदार और आकर्षक लगे, लेकिन इसके पीछे छिपे साइबर खतरे को नजरअंदाज करना ठीक नहीं। अपनी निजी जानकारी और बायोमेट्रिक डेटा को सुरक्षित रखने के लिए सावधानी बरतना बेहद जरूरी है। अगर आप इस तरह के एप्लिकेशन का उपयोग करना चाहते हैं, तो पहले उनकी विश्वसनीयता की जांच करें और जरूरी सावधानियां अपनाएं। आपकी सुरक्षा आपके हाथ में है। क्या आपने कभी घिबली स्टाइल आर्ट का उपयोग किया है? अपने अनुभव हमारे साथ साझा करें और इस ब्लॉग को अपने दोस्तों तक पहुंचाएं ताकि वे भी सतर्क रहें।

ये भी पढ़ें: मराठी भाषा के सम्मान के लिए अमित ठाकरे ने महाराष्ट्र सरकार से की अनोखी मांग

You may also like