सरकार ने मार्च 2024 में गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स (GST) से ₹1.78 लाख करोड़ की रिकार्ड कमाई की है। यह 2023-24 वित्त वर्ष में दूसरा सबसे बड़ा GST संग्रह है। अप्रैल 2023 में ₹1.87 लाख करोड़ का सर्वोच्च संग्रह दर्ज किया गया था। मार्च 2023 की तुलना में, GST संग्रह में 11.5% की वृद्धि हुई है, जब ₹1.60 लाख करोड़ का संग्रह किया गया था।
यह उल्लेखनीय है कि वित्त वर्ष 2024 में GST संग्रह लगातार बढ़ रहा है। पूरे वर्ष में, GST संग्रह 11.7% बढ़कर ₹20.14 लाख करोड़ हो गया, जो पिछले वित्त वर्ष (2022-23) में ₹18.04 लाख करोड़ था। इस वृद्धि ने सरकार को राजस्व में महत्वपूर्ण वृद्धि प्रदान की है और अर्थव्यवस्था की मजबूती का संकेत दिया है।
मार्च 2024 में GST संग्रह में वृद्धि कई कारकों के कारण हुई है, जिसमें घरेलू लेनदेन में वृद्धि, बेहतर अनुपालन, और कर चोरी रोकने के लिए सरकार द्वारा किए गए प्रयास शामिल हैं। इसके अलावा, सरकार द्वारा शुरू किए गए विभिन्न सुधारों ने भी GST प्रणाली को अधिक कुशल और पारदर्शी बनाने में मदद की है।
मार्च 2024 में GST संग्रह में रिकार्ड वृद्धि सरकार के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। यह दर्शाता है कि सरकार की आर्थिक नीतियां सही दिशा में काम कर रही हैं। यह वृद्धि अर्थव्यवस्था की मजबूती का भी संकेत है, जो घरेलू खपत और निवेश में वृद्धि से प्रेरित है।
वित्त मंत्रालय के अनुसार, मार्च 2024 में CGST से ₹34,532 करोड़, SGST से ₹43,746 करोड़, IGST से ₹87,947 करोड़ (जिसमें माल के आयात पर ₹40,322 करोड़ शामिल हैं) और सेस से ₹12,259 करोड़ (जिसमें माल के आयात से ₹996 करोड़ शामिल हैं) का संग्रह किया गया।