टी20 वर्ल्ड कप के लिए टीम इंडिया का ऐलान हो गया है और एक बार फिर टीम में रोहित शर्मा और विराट कोहली की वापसी ने सबको चौंका दिया है। पिछले साल ऑस्ट्रेलिया में हुए टी20 वर्ल्ड कप के बाद टीम में बड़े बदलाव की उम्मीद थी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
पिछले टी20 विश्व कप में भारत सेमीफाइनल से आगे नहीं बढ़ पाया था। उसके बाद, ऐसा लगा रहा था कि भारतीय टीम टी20 के लिए नए प्लान पर काम कर रही है। इशान किशन, ऋतुराज गायकवाड़, ऋषभ पंत जैसे युवा खिलाड़ियों को मौके दिए गए। बीच के ओवरों में तूफानी बल्लेबाजी के लिए संजू सैमसन, शिवम दुबे भी चुने गए थे।
टीम ने पलटी बाज़ी
2023 में टी20 वर्ल्ड कप से पहले भारतीय टीम में कई नए चेहरे देखे गए। ऐसा लगा कि आखिरकार भारत को टी20 क्रिकेट की नब्ज समझ आ गई है। लेकिन 2023 का 50-ओवर का वर्ल्ड कप खत्म होते-होते टीम ने फिर से पलटी मार ली। रोहित और कोहली की वापसी हुई और टी20 विश्व कप के लिए भी उनके नाम पर मुहर लग गई।
रोहित-कोहली का फॉर्म कैसा है?
इस आईपीएल में रोहित और कोहली दोनों ने तेज़ी से रन बनाने की कोशिश तो की है, लेकिन उनका असर कुछ खास नहीं रहा है। हां, उनका स्ट्राइक रेट ज़रूर बढ़ा है लेकिन क्या ये काफी होगा? पिछले कुछ आईपीएल में भी इन्होंने कुछ बड़ी पारियां नहीं खेली हैं।
क्या ये सही फैसला है?
पिछले एक साल में भारतीय टीम युवा और आक्रमक टी20 खिलाड़ी तैयार कर रही थी। लेकिन एक बार फिर रोहित-कोहली पर दांव लगाना यह दिखाता है कि हमारी टीम पुराने फॉर्मूले पर ही विश्व कप जीतने की सोच रही है। ये एक बहुत बड़ा जोखिम हो सकता है।
टी20 विश्व कप में बाकी टीमें अलग-अलग तरह की रणनीति पर काम कर रही हैं, लेकिन लगता है कि भारतीय टीम पुराने रास्ते पर ही चलना चाहती है। क्या टीम के कोच और सेलेक्टर्स यह भूल गए हैं कि यही रोहित-कोहली वाला फॉर्मूला पिछले टी20 वर्ल्ड कप में फेल हुआ था?
रिंकू सिंह जैसे खिलाड़ी को टीम में जगह नहीं मिली, जो आखिरी कुछ समय से बहुत बढ़िया टी20 क्रिकेट खेल रहे थे।