जानवरों का शिकार करना और उनके अंगों को बेचना गैरकानूनी काम है, पर फिर भी कुछ लोग पैसे के लालच में ऐसा करते हैं। हिरण जैसा खूबसूरत जानवर पहले से ही विलुप्त होने की कगार पर है, और इन शिकारियों को कोई फर्क नहीं पड़ता। मुंबई के नालासोपारा में पकड़े गए दो लोग भी कुछ इसी तरह के धंधे में थे…
MBVV पुलिस को खबर मिली थी कि शिकारी अप्पल इंडस्ट्रीज के पास हिरण के सींग लेकर आने वाले हैं। उन्होंने इंस्पेक्टर जितेंद्र वनकोटी के नेतृत्व में अच्छा जाल बिछाया, और जैसे ही ये दोनों शातिर, मोहम्मद इमरान फरयाद अली शाह और अशोक वीरजीभाई पटेल ऑटो में आए, उन्हें रंगे हाथों पकड़ लिया गया।
इनके ऑटो से पुलिस को हिरण का एक सींग मिला, जिसकी अनुमानित कीमत 50 लाख रुपये है! पूछताछ करने पर पता चला कि इनके पास एक और सींग था, जिसका मूल्य 10 लाख है। वन विभाग के अधिकारियों ने पुष्टि की है कि ये सींग संभर हिरण के हैं, जो कि एक लुप्तप्राय प्रजाति है।
पुलिस अब ये पता लगाने की कोशिश कर रही है कि ये बदमाश सींग बेचने किसे वाले थे, और क्या हिरण को उन्होंने ही मारा था। ऐसे लोगों पर वाइल्डलाइफ प्रोटेक्शन एक्ट के तहत कड़ी कार्रवाई हो सकती है। कोर्ट ने इन दोनों को पुलिस रिमांड पर भेज दिया है, और आगे की जांच जारी है। हो सकता है कि इनका कोई बड़ा रैकेट चल रहा हो!
जंगलों को बचाना और जानवरों की रक्षा करना हम सबका काम है। शिकारी तो पैसे के लिए कुछ भी कर सकते हैं, पर आम लोगों को ऐसे अवैध धंधों के बारे में पुलिस को खबर करनी चाहिए। सिर्फ तभी हमारे देश के दुर्लभ जीव सुरक्षित रह पाएंगे।