महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजीत पवार (Ajit Pawar) ने दावा किया कि उनके चाचा शरद पवार (Sharad Pawar) ने शुरू में राज्य सरकार में शामिल होने के उनके फैसले का समर्थन किया था, लेकिन बाद में उनका हृदय परिवर्तन हो गया. अजित पवार ने यह भी घोषणा की कि उनका गुट बारामती की उन सभी चार लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगा जो वर्तमान में राकांपा के पास हैं.

Ajit Pawar (Photo Credits: Web)
रायगढ़ जिले के कर्जत में आयोजित पार्टी के दो दिवसीय सम्मेलन के दूसरे दिन अजीत पवार ने कहा कि पारिवारिक चर्चा के दौरान शरद पवार ने मुझसे सरकार में शामिल होने की बात कही और कहा कि वह पार्टी अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे देंगे. उन्होंने 2 मई को एक पुस्तक विमोचन समारोह के दौरान अपने इस्तीफे की घोषणा भी की थी. लेकिन बाद में, उन्होंने विधायक जितेंद्र अवध और पूर्व सांसद आनंद परांजपे को बुलाया और उन्हें कुछ पार्टी कार्यकर्ताओं को इकट्ठा करने और वाईबी चव्हाण केंद्र में इस्तीफे की मांग को लेकर आंदोलन करने का निर्देश दिया. अगर वह इस्तीफा नहीं देना चाहते थे तो उन्हें हमें बताना चाहिए था. इस सब की क्या जरूरत थी? अजित पवार ने दावा किया कि शरद पवार ने बाद के कुछ मौकों पर भी पलटवार किया है.
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पवार ने आगे कहा कि आखिरकार 2 जुलाई को हम राज्य सरकार में शामिल हो गए, उन्होंने 17 जुलाई को शपथ लेने वाले सभी मंत्रियों को वाईबी चव्हाण केंद्र में बुलाया. हम अगले दिन उन सभी विधायकों के साथ फिर से वहां गए जो हमारा समर्थन कर रहे थे, और उनके करीबी सहयोगियों ने कहा कि ‘ट्रेन पटरी पर है’ इसलिए, हमें उम्मीद थी कि सब कुछ जल्द ही ठीक हो जाएगा, और उनके संदेश का इंतजार किया, जो कभी नहीं आया.