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Shinde Sena and Sarvankar dispute: शिंदे सेना का पीछे हटने का प्रस्ताव ठुकराया, सरवणकर का महिम सीट से चुनाव लड़ने का ऐलान!

Shinde Sena and Sarvankar dispute: शिंदे सेना का पीछे हटने का प्रस्ताव ठुकराया, सरवणकर का महिम सीट से चुनाव लड़ने का ऐलान!
Shinde Sena and Sarvankar dispute: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के इस सियासी खेल में, शिंदे सेना ने अपने विधायक सादा सरवणकर को महिम सीट से पीछे हटने का प्रस्ताव (withdrawal proposal) देकर एमएलसी नामांकन की पेशकश की है। हालांकि, सरवणकर ने इस प्रस्ताव को ठुकराते हुए चुनावी मैदान में डटे रहने की घोषणा की है, जिससे महिम क्षेत्र में चुनावी दांव-पेंच और गहरा हो गया है।

 

अमित ठाकरे का समर्थन और महिम सीट पर सरवणकर की ठोस चुनौती

महिम विधानसभा सीट, जिसे शिवसेना (UBT) का गढ़ माना जाता है, इस बार फिर से एक अनोखे चुनावी संघर्ष का मैदान बन गई है। शिंदे सेना और भाजपा ने पीछे हटने का प्रस्ताव (withdrawal proposal) देते हुए सादा सरवणकर से इस सीट से चुनावी नामांकन वापस लेने को कहा है। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की ओर से यह प्रस्ताव इसलिए दिया गया, ताकि महिम में अमित ठाकरे का रास्ता साफ हो सके। मनसे प्रमुख राज ठाकरे के बेटे अमित ठाकरे इस चुनाव में अपनी राजनीतिक शुरुआत (political debut) करने जा रहे हैं, जिस कारण महिम की सियासी जंग और रोचक हो गई है।

हालांकि, सादा सरवणकर ने इस प्रस्ताव पर सीधे तौर पर इनकार कर दिया और स्पष्ट कर दिया कि महिम में वह चुनावी मैदान में बने रहेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें महिमवासियों का भरपूर समर्थन प्राप्त है और इसी विश्वास के साथ वह चुनाव लड़ने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।

शिंदे सेना और सरवणकर का विवाद: क्या कहता है सियासी समीकरण?

महिम का क्षेत्र शिंदे सेना और शिवसेना (UBT) दोनों के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। यहाँ शिवाजी पार्क और शिवसेना भवन जैसे प्रमुख केंद्र मौजूद हैं, जो शिवसेना (UBT) की राजनीतिक शक्ति का प्रतीक माने जाते हैं। इन सियासी पृष्ठभूमियों के बावजूद, सरवणकर ने शिंदे सेना और सरवणकर का विवाद (Shinde Sena and Sarvankar dispute) पर जोर देते हुए कहा कि वे महिम सीट से चुनाव में उतरने का अंतिम फैसला ले चुके हैं।

शिंदे सेना द्वारा बार-बार प्रस्ताव देने के बाद भी सरवणकर ने इसे ठुकरा दिया और मुख्यमंत्री से मुलाकात करने की कोशिश की। हालांकि, यह मुलाकात नहीं हो सकी, और सरवणकर ने अपने फैसले पर अडिग रहते हुए अपने इरादों को स्पष्ट कर दिया। इस मुद्दे पर, उन्होंने मनसे प्रमुख राज ठाकरे की उस टिप्पणी पर भी व्यंग्य कसा जिसमें उन्होंने कहा था कि महाराष्ट्र का अगला मुख्यमंत्री भाजपा और मनसे के समर्थन से बनेगा। सरवणकर ने इस बयान को मजाक करार देते हुए कहा कि एक विधायक वाली पार्टी का इस तरह के दावे करना हास्यास्पद है।

महिम में राज ठाकरे के बेटे का चुनावी आगमन और सियासी समीकरण

महिम विधानसभा क्षेत्र में अमित ठाकरे के चुनाव में उतरने से भाजपा और शिंदे सेना दोनों ही पार्टियां उनका समर्थन कर रही हैं। भाजपा के मुंबई अध्यक्ष अशिष शेलार और राज्य अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने खुले तौर पर अमित ठाकरे के प्रति समर्थन जताया है। इस समर्थन से जहां महिम की राजनीति (Mahim politics) और सक्रिय हो गई है, वहीं सरवणकर ने भी अपने बयान में यह साफ कर दिया है कि महिम के लोग उनके साथ खड़े हैं। सरवणकर का कहना है कि वह पूरे आत्मविश्वास के साथ चुनाव लड़ेंगे और जनता के आशीर्वाद से विजय प्राप्त करेंगे।

सरवणकर का यह कदम न केवल ठाकरे परिवार के खिलाफ एक बड़ी चुनौती के रूप में देखा जा रहा है, बल्कि यह शिंदे सेना और भाजपा के चुनावी गणित को भी प्रभावित कर सकता है। महिम के चुनावी मुकाबले में अमित ठाकरे का समर्थन करने के बावजूद सरवणकर का अपनी सीट पर चुनाव लड़ने का निर्णय सियासी हलकों में चर्चित विषय बना हुआ है। महिम का चुनावी संग्राम शिवसेना (UBT) और शिंदे सेना के लिए प्रतिष्ठा का सवाल है, वहीं भाजपा और शिंदे सेना के गठबंधन ने अमित ठाकरे की जीत को सुनिश्चित करने के लिए पूरा समर्थन देने का एलान किया है।

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