मुंबई के एंटॉप हिल इलाके में एक ऐसी घटना ने सबके दिलों को झकझोर कर रख दिया है, जिसे सुनकर हर किसी का खून खौल उठेगा। एक 10 साल की नन्हीं सी बच्ची, जो अपने भाई के साथ मासूमियत से खेल रही थी, एक हैवान की हवस का शिकार बन गई। इस शर्मनाक कांड ने न केवल एक परिवार को तोड़ा है, बल्कि समाज के सामने एक बार फिर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
मासूम के साथ बगीचे में हुई हैवानियत
ये दिल दहलाने वाली घटना 20 जुलाई से 26 जुलाई 2025 के बीच की है। पीड़िता, एक 10 साल की मासूम बच्ची, अपने नाबालिग भाई के साथ अपने घर के पास खेल रही थी। तभी एक शख्स, जिसे शायद बच्ची ने पहले कभी नहीं देखा होगा, ने उसकी मासूमियत का फायदा उठाया। उसने भाई-बहन को पास के एक बगीचे में ले जाने का झांसा दिया। मासूम बच्चे, जिनके दिलों में कोई छल-कपट नहीं था, उसकी बातों में आ गए।
बगीचे में पहुंचकर उस हैवान ने बच्ची के भाई को नाश्ता लाने के बहाने दूर भेज दिया। अकेली बच्ची को देखकर उसकी नीयत डोल गई। उसने नन्हीं सी जान के साथ अश्लील हरकत की और उसे धमकी दी कि अगर उसने किसी को कुछ बताया, तो उसे जान से मार देगा। इस धमकी से डरी-सहमी बच्ची चुप रही, लेकिन उसका नन्हा सा दिल कितना डर और दर्द सह रहा होगा, ये सोचकर ही रूह कांप जाती है।
मां की गोद में बयां किया दर्द
बच्ची ने अपने साथ हुई इस हैवानियत को अपने सीने में दबाए रखा, लेकिन आखिरकार उसका दर्द उसकी मां की गोद में छलक पड़ा। उसने अपनी मां को सारी आपबीती सुनाई। मां का दिल टुकड़े-टुकड़े हो गया, लेकिन उन्होंने हिम्मत दिखाई और तुरंत एंटॉप हिल पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई।
पुलिस ने दिखाई तत्परता, आरोपी गिरफ्तार
एंटॉप हिल पुलिस ने इस मामले में तुरंत कार्रवाई की। शिकायत मिलते ही पुलिस ने एक टीम गठित की और आरोपी को धर दबोचा। पूछताछ में आरोपी ने कथित तौर पर अपना गुनाह कबूल कर लिया। पुलिस अब इस मामले की गहराई से जांच कर रही है, ताकि इस हैवान को सख्त से सख्त सजा दिलाई जा सके।
समाज के लिए एक चेतावनी
ये घटना सिर्फ एक परिवार की त्रासदी नहीं है, बल्कि ये हमारे समाज के लिए एक बड़ा अलार्म है। आखिर कब तक हमारी मासूम बच्चियां ऐसी हैवानियत का शिकार बनती रहेंगी? क्या हमारा समाज इतना असुरक्षित हो गया है कि बच्चे अपने घर के पास भी सुरक्षित नहीं खेल सकते? ये सवाल हर किसी के मन में गूंज रहा है।
हमारी मासूम बच्चियों की सुरक्षा के लिए हमें एकजुट होकर कदम उठाने होंगे। माता-पिता को अपने बच्चों से खुलकर बात करनी होगी, ताकि वे किसी भी अनजान व्यक्ति के बहकावे में न आएं। साथ ही, पुलिस और प्रशासन को ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए और सख्त कदम उठाने होंगे।
पीड़िता को इंसाफ की उम्मीद
इस मासूम बच्ची और उसके परिवार को अब इंसाफ का इंतजार है। हम सबकी ये जिम्मेदारी है कि हम ऐसी घटनाओं के खिलाफ आवाज उठाएं और समाज में जागरूकता फैलाएं। इस बच्ची की हिम्मत को सलाम, जिसने इतने बड़े दर्द को सहने के बाद भी अपनी मां से सच बयां करने की हिम्मत दिखाई।
हम उम्मीद करते हैं कि पुलिस और कानून इस मामले में सख्त कार्रवाई करेगा और आरोपी को ऐसी सजा देगा, जो दूसरों के लिए मिसाल बने।
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