मुंबई वालों, तैयार हो जाइए क्योंकि शहर का ड्रीम प्रोजेक्ट, मुंबई कोस्टल रोड, अब बस पूरा होने ही वाला है! वो आखिरी हिस्सा जो बांद्रा-वर्ली सी लिंक को जोड़ेगा, वो 18-19 अप्रैल को लगने वाला है। और इसको बनाने का तरीका है बिलकुल अलग…समंदर के बीचों-बीच!
आप ज़रूर सोच रहे होंगे कि वर्ली के पास समुंदर में वो बड़े-बड़े खंबे कैसे खड़े कर दिए? उन्हीं पर एक बेहद खास पुल बनने वाला है और उसका आखिरी हिस्सा आ रहा है। पर आसान नहीं था ये काम…पानी कम है, चट्टानें निकल आती हैं…तो इंजीनियरों को सोचना पड़ा हटके!
पारंपरिक तरीके से पुल बनाने की जगह नहीं थी कोस्टल रोड के लोगों के पास। तो क्या किया? उस पुल के आखिरी हिस्से को नवी मुंबई में बनाया गया और अब वो समुंदर में तैरते बजरों, जो कि बहुत बड़ी नावें होती हैं, पर लाया जा रहा है वर्ली तक। इसे जोड़ने में पूरे दो दिन लगेंगे और सही मौसम का साथ भी चाहिए होगा!
और मज़े की बात? इस पुल का डिज़ाइन है एकदम अलग! क्योंकि इसके खंबे (पिलर) काफी दूर-दूर हैं, ये एक ‘बोस्ट्रिंग’ ब्रिज होगा। मतलब, ऊपर से ये एक मेहराब जैसा लगेगा और मज़बूत केबलों से जुड़ा होगा। समुद्र में इस तरह के पुल आपको कम ही मिलेंगे!
याद है ना, इस पुल के लिए BMC और मछुआरों के बीच खूब चर्चा हुई थी? मछुआरों को अपनी नावों के लिए रास्ता चाहिए था, तो BMC को एक खंबा ही हटाना पड़ गया था!
पुल का काम खत्म होते ही, इसपर डामर की सड़क बनेगी। अभी कोस्टल रोड थोड़े समय के लिए ही खुलता है, पर जल्द ही आप इसपर सुबह से शाम तक अपनी गाड़ी भगा पाएंगे!