जो लोग शेयर बाजार में निवेश (invest) करते हैं, उनके लिए एक अहम खबर! इन दिनों विदेशी निवेशक, जिन्हें FII कहा जाता है, धीरे-धीरे भारतीय शेयर बाजार से अपना पैसा निकाल रहे हैं। इससे क्या होगा? कुछ जानकारों का मानना है कि बाजार में थोड़ी गिरावट आ सकती है। लेकिन घबराने की बात नहीं, थोड़ा इंतज़ार करना होगा, शेयर बाजार फिर ऊपर की ओर जाएगा। तो चलिए, इस खबर को थोड़ा और विस्तार से समझते हैं!
बाजार के उतार-चढ़ाव से तो आप सभी वाकिफ हैं। कभी तेजी आती है, कभी मंदी। ये विदेशी निवेशक भी इन्हीं बदलावों को देखकर पैसा लगाते हैं या निकालते हैं। साल की शुरुआत में FII ने भारतीय शेयर बाजार में जमकर पैसा लगाया था, लेकिन अब वो थोड़े चिंतित नजर आ रहे हैं। आखिर ऐसा क्या हो गया है जो उनकी सोच बदल रही है?
इसके पीछे दो बड़ी वजहें सामने आ रही हैं। पहली ये है कि अमेरिका में जोरों से महंगाई बढ़ रही है। ऐसे में वहां की सरकार ब्याज दरें बढ़ाने पर विचार कर रही है। जब भी ब्याज दरें बढ़ती हैं, विदेशी निवेशकों के लिए भारत जैसे देशों में निवेश करना महंगा हो जाता है। इसीलिए वे शायद अपना पैसा निकाल कर अमेरिका में लगाने की सोच रहे हैं।
दूसरी वजह है मिडिल ईस्ट के देशों में चल रहा तनाव, खासतौर पर ईरान और इजराइल के बीच की खटपट। जब भी दुनिया में राजनीतिक तनाव बढ़ता है, उसका बुरा असर अर्थव्यवस्था पर भी होता है, और कोई भी निवेशक ऐसे हालात में सतर्क हो जाताता है।
हालांकि, बाज़ार के कई विशेषज्ञ ये मानते हैं कि भले ही FII की बिकवाली से थोड़ी गिरावट हो, पर यह ज्यादा देर तक नहीं टिकेगी। भारत की अर्थव्यवस्था की बुनियाद मज़बूत है। बस थोड़ा सब्र का खेल है, शेयर बाजार जल्द ही वापसी करेगा।
- FII ने इस पूरे साल में 13,347 करोड़ रुपये भारतीय शेयर बाजार में लगाए हैं।
- पर पिछले हफ्ते 6,526 करोड़ रुपये की बिकवाली ने निवेशकों को थोड़ी चिंता में डाल दिया है।
- भारत और मॉरीशस के बीच हुए कर समझौते में बदलाव से भी विदेशी निवेशकों के बीच कुछ सवाल उठ रहे हैं।