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क्या FloodWatch India ऐप 2.0 वाकई में बाढ़ से बचाव में मददगार साबित होगा? इसकी खास विशेषताएं क्या हैं और यह कैसे काम करता है?

क्या FloodWatch India ऐप 2.0 वाकई में बाढ़ से बचाव में मददगार साबित होगा? इसकी खास विशेषताएं क्या हैं और यह कैसे काम करता है?
यह लेख केंद्रीय जल आयोग द्वारा लॉन्च किए गए नए ‘FloodWatch India’ ऐप 2.0 के बारे में है। यह ऐप बाढ़ से बचाव में मदद करेगा और लोगों को समय पर चेतावनी देगा। लेख में ऐप की विशेषताओं, काम करने के तरीके और ग्लेशियर मॉनिटरिंग के बारे में जानकारी दी गई है।

बाढ़ से बचाव का नया साथी: FloodWatch India ऐप 2.0

बारिश के मौसम में बाढ़ एक बड़ी समस्या बन जाती है। कई बार लोगों को अपने घर छोड़ने पड़ते हैं, सड़कें डूब जाती हैं और जान-माल का नुकसान होता है। लेकिन अब चिंता की कोई बात नहीं है! सरकार ने एक नया ऐप बनाया है जो बाढ़ से बचने में हमारी मदद करेगा। आइए जानते हैं इस ऐप के बारे में।

FloodWatch India ऐप 2.0: क्या है यह और कैसे काम करता है?

केंद्रीय जल आयोग ने ‘FloodWatch India’ नाम का एक नया ऐप लॉन्च किया है। यह ऐप हमें बाढ़ के खतरे के बारे में पहले से बता देगा। इस ऐप में पूरे देश के 592 जगहों की जानकारी है, जहां बाढ़ आ सकती है।

ऐप कैसे काम करता है? इसमें भारत का एक नक्शा है। इस नक्शे पर अलग-अलग रंग के निशान हैं:

  • हरा रंग: यहां कोई खतरा नहीं है
  • नारंगी रंग: यहां बाढ़ का खतरा है
  • लाल रंग: यहां बाढ़ का बहुत ज्यादा खतरा है

आप नक्शे पर किसी भी जगह को छू सकते हैं। फिर ऐप आपको बताएगा कि वहां क्या हालात हैं। यह आपको लिखकर और बोलकर दोनों तरह से बताएगा।

ग्लेशियर की निगरानी: बर्फ की चादरों पर नजर

बाढ़ के अलावा, सरकार अब ग्लेशियर यानी बर्फ की बड़ी चादरों पर भी नजर रख रही है। ये ग्लेशियर पहाड़ों पर होते हैं और कभी-कभी पिघलकर बाढ़ ला सकते हैं।

अभी सरकार 902 ग्लेशियर को देख रही है। लेकिन अगले दो साल में वह 2500 ग्लेशियर की निगरानी करेगी। यह काम वह उपग्रहों की मदद से करेगी।

सरकार देख रही है कि:

  • ग्लेशियर बड़े हो रहे हैं या छोटे
  • उनके पास झीलें बन रही हैं या नहीं
  • क्या वे पिघलने वाले हैं

इससे सरकार को पता चलेगा कि कहां खतरा हो सकता है और वह लोगों को समय रहते बता सकेगी।

बाढ़ और ग्लेशियर: मौसम बदलाव का असर

मौसम बदल रहा है और इसका असर हमारे पानी पर पड़ रहा है। कहीं बहुत ज्यादा बारिश हो रही है तो कहीं बिल्कुल नहीं। ग्लेशियर पिघल रहे हैं। इससे बाढ़ का खतरा बढ़ रहा है।

सरकार इन सब बातों को ध्यान में रखकर काम कर रही है। नए ऐप और ग्लेशियर की निगरानी से वह लोगों को सुरक्षित रखने की कोशिश कर रही है।

याद रखें, अगर आपके पास स्मार्टफोन है, तो ‘FloodWatch India’ ऐप डाउनलोड करें। यह आपको और आपके परिवार को सुरक्षित रहने में मदद करेगा।

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