मुंबई के फेमस ताज होटल में हाल ही में दो गाड़ियां पकड़ी गईं, जिन पर एक ही रजिस्ट्रेशन नंबर दर्ज था। इस घटना ने होटल में हड़कंप मचा दिया और तुरंत पुलिस को बुलाया गया। पुलिस और आरटीओ द्वारा जांच में पाया गया कि एक गाड़ी की नंबर प्लेट नकली थी। इसके बाद नकली नंबर प्लेट वाली गाड़ी के ड्राइवर को गिरफ्तार कर लिया गया। तो आइए जानते हैं, इस पूरी घटना का पूरा ब्यौरा।
कैसे हुआ मामला उजागर?
घटना तब सामने आई जब ताज होटल की पार्किंग में खड़ी दोनों गाड़ियों की कंप्यूटराइज्ड चेकिंग हुई। दोनों गाड़ियों का रजिस्ट्रेशन नंबर “MH 01 EE 2388” था, जिससे होटल के सुरक्षा स्टाफ को शक हुआ।
गौरतलब है कि होटल में असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्वा सरमा भी ठहरे हुए थे, जिसकी वजह से सुरक्षा पहले से ही सख्त थी। जब ये मामला सामने आया, तो तुरंत पुलिस को सूचित किया गया। पुलिस ने होटल को चारों तरफ से घेर लिया और गाड़ियों की बारीकी से जांच की। हालांकि गाड़ियों से कोई आपत्तिजनक सामग्री नहीं मिली, लेकिन आरटीओ की मदद से जांच में ये साफ हुआ कि एक गाड़ी की नंबर प्लेट नकली है।
क्यों लगाया नकली नंबर प्लेट?
प्राथमिक जांच में ड्राइवर ने खुलासा किया कि उसने चालान से बचने के लिए नकली नंबर प्लेट का इस्तेमाल किया था। असली नंबर प्लेट वाली गाड़ी के मालिक ने भी अपनी परेशानी साझा की। उनके मुताबिक, उन्हें लगातार चालान मिल रहे थे, जिनका भुगतान करना मुश्किल हो गया था। उन्होंने इस मामले में पुलिस से शिकायत भी की थी।
ऐसे में ताज होटल, जो 26/11 हमले के बाद से ही बेहद कड़ी सुरक्षा के लिए जाना जाता है, में ये घटना सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े करती है। होटल में दो-स्तरीय सुरक्षा है, पहला होटल प्रबंधन द्वारा और दूसरा पुलिस द्वारा। इसके बावजूद, नकली नंबर प्लेट वाली गाड़ी का पार्किंग तक पहुंचना सुरक्षा में बड़ी चूक को दर्शाता है।
खैर मुंबई पुलिस अब ये पता लगाने की कोशिश कर रही है कि नकली नंबर प्लेट का इस्तेमाल केवल चालान से बचने के लिए किया गया था या इसके पीछे कोई और साजिश थी। साथ ही, ये भी जांच की जा रही है कि दोनों गाड़ियां एक ही समय पर होटल में क्यों लाई गईं।
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