केरल के अलप्पुझा जिले में बर्ड फ्लू का खतरा मंडरा रहा है! एडथवा और चेरूथाना नामक दो गांवों में बत्तखों में इस जानलेवा वायरस की पुष्टि हुई है। अब तक 3500 पक्षी इस बीमारी से मर चुके हैं, और जिला प्रशासन ने 21,000 पक्षियों को मारने का कड़ा फैसला लिया है।
यह बर्ड फ्लू H5N1 स्ट्रेन का है, जो बेहद खतरनाक हो सकता है। 12 अप्रैल से अब तक एडथवा में 3000 और चेरूथाना में 250 बत्तखें इस बीमारी से मर चुकी हैं। इन मृत पक्षियों के सैंपल भोपाल लैब भेजे गए थे, जहाँ बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई।
जिला प्रशासन ने अब एक्शन मोड में आकर 1 किलोमीटर के दायरे में आने वाले सभी संक्रमित पक्षियों को मारने का फैसला किया है। इसके लिए एक रैपिड एक्शन फोर्स बनाई जा रही है। पशु कल्याण विभाग भी इस अभियान में मदद कर रहा है।
जिला प्रशासन का कहना है कि लोगों को घबराने की ज़रूरत नहीं है क्योंकि इस बर्ड फ्लू के इंसानों में फैलने की कोई संभावना नहीं है।
यह पहली बार नहीं है जब केरल में बर्ड फ्लू का प्रकोप सामने आया है। 2021, 2022 और 2023 में भी कुट्टनद, थाकाझी ग्राम पंचायत और वझुथनम में इस बीमारी के मामले सामने आ चुके हैं।
ये भी पढ़ें: महाराष्ट्र में 46 हज़ार से ज़्यादा छात्रों का नया एग्ज़ाम, लेकिन कॉलेज हैं परेशान!