वजन कम करने के लिए जिम में घंटों पसीना बहाते हैं, लेकिन सही नतीजे नहीं मिलते? हो सकता है आप वर्कआउट का सही समय नहीं चुन रहे हों। एक नई स्टडी के मुताबिक, शाम की एक्सरसाइज़ से मोटापे और उससे जुड़ी बीमारियों से लड़ने में ज़्यादा मदद मिलती है।
वजन कम करने के लिए सबसे अच्छा समय सुबह का है या शाम का, इस पर हमेशा बहस होती रहती है। कई लोगों के लिए सुबह जल्दी उठकर वर्कआउट करना मुश्किल होता है, तो कुछ लोग शाम को ही फ्री होते हैं।
शाम का वर्कआउट और वजन घटाना
एक नई ऑस्ट्रेलियन स्टडी के मुताबिक, जो लोग शाम 6 बजे से लेकर रात 12 बजे तक मध्यम या तेज़ गति की एक्सरसाइज़ करते हैं, उन्हें मोटापे से लड़ने में ज़्यादा मदद मिलती है। लेकिन क्या वाकई इसका मतलब है कि शाम का वर्कआउट, सुबह के वर्कआउट से ज़्यादा असरदार होता है?
एक्सपर्ट्स की राय
डॉक्टरों की मानें तो सुबह की एक्सरसाइज़ से आपका मेटाबॉलिज्म तेज़ होता है और दिनभर कैलोरी बर्न करने में मदद मिलती है। लेकिन जो लोग सुबह उठ नहीं पाते या वर्कआउट करते हुए थक जाते हैं, उनके लिए शाम का समय बेहतर है। इस समय शरीर का तापमान भी ज़्यादा होता है जिससे एक्सरसाइज़ का असर बढ़ जाता है।
किसके लिए है बेस्ट
डायबिटीज़ के मरीज़: रात में की गई एक्सरसाइज़ से सुबह ब्लड शुगर का लेवल कम हो सकता है, जो मोटापे से लड़ने वालों के लिए काफी फायदेमंद है।
दिल के मरीज़: दिल की बीमारियों से जूझ रहे लोगों के लिए सुबह 8 से 11 बजे के बीच का समय वर्कआउट के लिए अच्छा माना जाता है।
असल में, सबसे ज़रूरी है कि आप नियमित तौर पर एक्सरसाइज़ करें, फिर चाहे वो सुबह हो या शाम। अगर आप कंफर्टेबल हैं और एक्सरसाइज़ के बाद अच्छा महसूस करते हैं, तो आप सही समय पर वर्कआउट कर रहे हैं। हफ्ते में कम से कम 150 मिनट मध्यम या तेज़ एक्सरसाइज़ करना हर किसी के लिए ज़रूरी है।
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