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बढ़ती उम्र में पेट की चर्बी क्यों बढ़ती है? वैज्ञानिकों ने खोजा कारण

पेट की चर्बी
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क्या आपने कभी सोचा कि जैसे-जैसे हमारी उम्र बढ़ती है, हमारे पेट की चर्बी और कमर का घेरा क्यों बढ़ने लगता है? अगर हां, तो आप अकेले नहीं हैं। ये सवाल कई लोगों के मन में होता है। अच्छी खबर ये है कि अमेरिकी वैज्ञानिकों ने इस रहस्य को सुलझा लिया है। उनकी हालिया रिसर्च ने बताया है कि उम्र बढ़ने के साथ हमारे शरीर में कुछ खास बदलाव होते हैं, जो पेट की चर्बी बढ़ाने के लिए जिम्मेदार हैं। आइए, इस रिसर्च के बारे में विस्तार से जानते हैं और समझते हैं कि आखिर क्यों बढ़ती है पेट की चर्बी।

पेट की चर्बी बढ़ने का वैज्ञानिक कारण
अमेरिका के सिटी ऑफ होप संस्थान की एक रिसर्च में ये खुलासा हुआ है कि उम्र बढ़ने के साथ हमारे शरीर में विशेष प्रकार के फैट सेल्स (Fat Cells) का उत्पादन बढ़ जाता है। खास तौर पर पेट के आसपास के क्षेत्र में ये प्रक्रिया तेज होती है, जिसके चलते चर्बी जमा होने लगती है।

रिसर्च की अगुवाई करने वाले वैज्ञानिक किओंग वांग और उनकी टीम ने पाया कि ज्यादातर लोग मानते हैं कि उम्र बढ़ने से सिर्फ वजन बढ़ता है। लेकिन ये सिर्फ फैट सेल्स के आकार बढ़ने की वजह से नहीं होता। बल्कि, उम्र बढ़ने पर शरीर में नए फैट सेल्स का निर्माण भी शुरू हो जाता है। वांग के अनुसार, “उम्र बढ़ने के साथ एक खास तरह का एडल्ट स्टेम सेल सक्रिय हो जाता है, जो फैट सेल्स का उत्पादन बढ़ाता है। यही कारण है कि पेट की चर्बी तेजी से बढ़ती है।”

चूहों पर किए गए प्रयोग और चौंकाने वाले नतीजे
इस रिसर्च को और गहराई से समझने के लिए वैज्ञानिकों ने चूहों पर प्रयोग किए। इन प्रयोगों के नतीजों को बाद में मानव कोशिकाओं पर भी परखा गया। रिसर्च में पाया गया कि व्हाइट एडिपोज टिशू (WAT), जो उम्र बढ़ने के साथ चर्बी का मुख्य कारण बनता है, नए फैट सेल्स बनाने की क्षमता रखता है।

एक दिलचस्प खोज ये थी कि जब उम्रदराज चूहों से विशेष एडिपोसाइट प्रोजेनिटर सेल्स (APCs) लेकर उन्हें युवा चूहों में ट्रांसप्लांट किया गया, तो युवा चूहों में भी तेजी से नई चर्बी का निर्माण होने लगा। वहीं, जब युवा चूहों के सेल्स को बूढ़े चूहों में डाला गया, तो इसका उल्टा असर हुआ। यानी बूढ़े चूहों में भी नए फैट सेल्स बनने शुरू हो गए। इससे ये साफ हुआ कि उम्र के साथ फैट सेल्स का निर्माण शरीर की जैविक प्रक्रियाओं पर निर्भर करता है।

LIFR सिग्नलिंग पाथवे की भूमिका
वैज्ञानिकों ने एक और महत्वपूर्ण खोज की कि LIFR नामक सिग्नलिंग पाथवे उम्र बढ़ने के साथ फैट सेल्स के उत्पादन को नियंत्रित करता है। ये पाथवे खास तौर पर बूढ़े चूहों में सक्रिय होता है और चर्बी के निर्माण को बढ़ावा देता है। इसकी वजह से पेट के आसपास ज्यादा चर्बी जमा होने लगती है।

भविष्य में मोटापे का इलाज संभव
ये रिसर्च न सिर्फ पेट की चर्बी बढ़ने के कारणों को समझने में मदद करती है, बल्कि भविष्य में इसके इलाज की उम्मीद भी जगाती है। वैज्ञानिकों का मानना है कि LIFR सिग्नलिंग पाथवे को नियंत्रित करके पेट की चर्बी को कम करने के नए तरीके विकसित किए जा सकते हैं। इससे उम्र से जुड़े मोटापे को रोकने में मदद मिल सकती है।

जैसा कि हम सभी जानते हैं कि बढ़ती उम्र के साथ पेट की चर्बी का बढ़ना कोई असामान्य बात नहीं है। ये हमारे शरीर की जैविक प्रक्रियाओं का हिस्सा है, जिसमें फैट सेल्स का निर्माण और LIFR सिग्नलिंग पाथवे की भूमिका अहम होती है। इस रिसर्च ने न सिर्फ इस समस्या के पीछे के वैज्ञानिक कारणों को उजागर किया है, बल्कि भविष्य में मोटापे से निपटने के लिए नई संभावनाएं भी खोली हैं।

नोट: इस ब्लॉग में दी गई जानकारी वैज्ञानिक रिसर्च और मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है। किसी भी स्वास्थ्य संबंधी सुझाव को अपनाने से पहले अपने डॉक्टर या विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें।

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