ओडिशा के गंजाम जिले में एक दुखद घटना सामने आई है, जिसमें भारतीय जनता पार्टी (BJP) और बीजू जनता दल (BJD) के कार्यकर्ताओं के बीच हिंसक झड़प हुई। इस झड़प में एक BJP कार्यकर्ता की मौत हो गई और सात अन्य गंभीर रूप से घायल हुए।
यह घटना बुधवार देर रात खलीकोट थाना क्षेत्र के श्रीकृष्ण सारनपुर गांव में हुई। रिपोर्ट्स के अनुसार, यह झड़प चुनाव प्रचार के लिए पोस्टर लगाने को लेकर शुरू हुई थी। दोनों दलों के कार्यकर्ता इस बात पर आमने-सामने आ गए कि किसके पोस्टर कहां लगाए जाएंगे। बात बढ़ने पर दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर धारदार हथियारों से हमला कर दिया।
इस हमले में 28 वर्षीय दिलीप कुमार पहाना नामक BJP कार्यकर्ता गंभीर रूप से घायल हो गया और बाद में उनकी मौत हो गई। ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने इस घटना पर दुख व्यक्त किया और कहा कि हिंसा के लिए लोकतंत्र और नागरिक समाज में कोई जगह नहीं है। उन्होंने मृतक के परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की और घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की।
इस हिंसक घटना के बाद इलाके में तनाव फैल गया और BJP कार्यकर्ताओं ने खलीकोट पुलिस स्टेशन के बाहर धरना दिया। उन्होंने आरोपियों की तुरंत गिरफ्तारी की मांग की। भाजपा की अस्का लोकसभा सीट से उम्मीदवार अनीता सुभादर्शिनी ने पुलिस पर हिंसा रोकने के लिए कोई कदम नहीं उठाने का आरोप लगाया।
ह घटना चुनावी हिंसा को लेकर गंभीर चिंता उत्पन्न करती है। इलाके में शांति बहाल करने के लिए पुलिस बल तैनात किए गए हैं। गंजाम जिले की खलीकोट विधानसभा सीट अनुसूचित जाति श्रेणी के तहत आती है और यह अस्का लोकसभा सीट का हिस्सा है, जहां 20 मई को मतदान होना है।
ऐसी हिंसक घटनाएं न केवल चुनावी प्रक्रिया के लिए खतरा हैं बल्कि यह समाज के लिए भी एक गंभीर चिंता का विषय है। सभी राजनीतिक दलों को शांतिपूर्ण तरीके से चुनावी प्रचार करना चाहिए और हिंसा से बचना चाहिए। सुरक्षा बलों को भी ऐसी घटनाओं पर कड़ी नजर रखनी चाहिए।