बंगाल की राजनीति में भूचाल: पश्चिम बंगाल की राजनीति में एक बयानबाजी ने तूफान खड़ा कर दिया है। टीएमसी (तृणमूल कांग्रेस) के एक विधायक के विवादित बयान, जिसमें उन्होंने कहा कि “हिंदुओं को भागीरथी में बहा देंगे,” पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। पीएम मोदी ने इस बयान को लेकर टीएमसी पर निशाना साधते हुए कहा कि उनके नेताओं के पास से जो नोटों के पहाड़ निकले हैं, उसका एक-एक रुपए का हिसाब होगा। उन्होंने यह भी कहा कि वे अब तक लगभग 17,000 करोड़ रुपए उन लोगों को लौटा चुके हैं जिनसे पैसा लूटा गया था।
पीएम मोदी ने बंगाल में चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए यह बातें कहीं। उन्होंने टीएमसी पर आरोप लगाया कि वे सच्चाई को बर्दाश्त नहीं कर सकती हैं और जो कोई भी तृणमूल का सच सामने लाने की कोशिश करता है, उसे पार्टी की ओर से निशाना बनाया जाता है। पीएम मोदी ने यह भी कहा कि बंगाल में भी लोगों का लूटा हुआ धन उन्हें वापस मिले, इसके लिए वे पूरी कोशिश कर रहे हैं।
इस घटना के बाद, चुनाव आयोग ने भी टीएमसी विधायक को नोटिस जारी किया है और उनपर आरोप है कि वे विपक्षी पार्टी के कार्यकर्ताओं और मतदाताओं को धमकी देकर आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन कर रहे हैं।
इस प्रकार, बंगाल की राजनीति में एक नया अध्याय जुड़ गया है, जहां विवादित बयानों और आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। यह घटना न केवल राजनीतिक दलों के बीच तनाव को दर्शाती है, बल्कि यह भी बताती है कि किस प्रकार चुनावी माहौल में बयानों का उपयोग वोटरों को प्रभावित करने के लिए किया जा रहा है। आगामी चुनावों में इसका क्या प्रभाव पड़ेगा, यह तो समय ही बताएगा।