पैरिस ओलंपिक्स में भारत के लिए शानदार परफॉरमेंस के बाद, शूटिंग कोच समरेश जंग को अपने वतन लौटने पर एक बड़ा झटका लगा। उनके दिल्ली के खैबर पास में स्थित पुश्तैनी घर को गिराने का ऑर्डर मिला, जिसने उनकी खुशियों पर पानी फेर दिया। ये वही समरेश जंग हैं जिन्होंने मनु भाकर और सरबजोत सिंह जैसे टॉप शूटर्स को ट्रेनिंग देकर मेडल दिलवाया था।
समरेश जंग ने अपने दिल के दर्द को सोशल मीडिया पर शेयर किया। उन्होंने लिखा, “मैं जब ओलंपिक्स से वापस आया तो मुझे पता चला कि मेरा घर और आसपास का इलाका दो दिन में तोड़ दिया जाएगा। ये खबर सुनकर मेरा दिल टूट गया।” उन्होंने आगे कहा, “क्या ये कोई एमरजेंसी है या फिर वॉर-लाइक सिचुएशन है कि हमें एक दिन में घर खाली करना पड़ रहा है? मुझे, एक अर्जुन अवॉर्डी को, अपनी बात रखने का मौका तक नहीं दिया गया। ये हमारे खिलाड़ियों के लिए अच्छा मैसेज नहीं है।”
समरेश जंग के 12 मेंबर्स की फैमिली इस घर में रहती है। उनकी मां की उम्र 75 साल है और अब उन्हें अपना पुराना घर छोड़ना पड़ेगा। समरेश की वाइफ अनुजा, जो खुद एक फेमस शूटर रह चुकी हैं और 2006 के कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड और सिल्वर मेडल जीत चुकी हैं, ने अपना दर्द बयान किया। उन्होंने कहा, “मैं सामान पैक कर रही हूं, पर समझ नहीं आ रहा कि क्या लें और क्या छोड़ें। इस घर में हमारी तीन जेनरेशन्स रह चुकी हैं। हमें सब कुछ पैक करने का टाइम ही नहीं दिया गया। मैं समझ नहीं पा रही कि अथॉरिटीज को इतनी जल्दी क्यों है। कोई वॉर तो नहीं चल रही, तो हमें एक हफ्ते का टाइम क्यों नहीं दिया गया?”
इस केस की लीगल डिटेल्स कुछ इस तरह हैं। दिल्ली हाई कोर्ट ने 9 जुलाई को फैसला सुनाया कि ये जमीन डिफेंस मिनिस्ट्री की है। 1 जुलाई को लोगों को नोटिस दिया गया था कि 4 जुलाई तक घर खाली कर दें। लोगों ने इसे चैलेंज किया, लेकिन 3 जुलाई को एक क्विक हियरिंग में कोर्ट ने घर तोड़ने की परमिशन दे दी। 9 जुलाई की फाइनल हियरिंग में कोर्ट ने कहा कि लोगों के पास जमीन के मालिकाना हक के डॉक्युमेंट्स नहीं हैं और उन्हें इनक्रोचर्स माना जाएगा। अब ये जमीन हाउसिंग और अर्बन अफेयर्स मिनिस्ट्री के अंडर है और इसे पब्लिक परपस के लिए अक्वायर किया जा रहा है।
16 जुलाई को 250 से ज्यादा घर तोड़े जा चुके हैं। बाकी बचे घरों को शनिवार की सुबह तोड़ा जाएगा। एक सीनियर गवर्नमेंट ऑफिसर ने 16 जुलाई को बताया, “करीब 32 एकड़ में से 15 एकड़ जमीन जो L&DO (लैंड एंड डेवलपमेंट ऑफिस) की है, उसे खाली करा लिया गया है। बाकी बची जमीन को बाद में खाली कराया जाएगा।”
ये भी पढ़ें: ISRO-NASA मिशन: राकेश शर्मा के बाद 40 साल में पहले भारतीय, शुभांशु शुक्ला का अंतरिक्ष मिशन