प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 अगस्त, 2024 को 11वीं बार लाल किले से तिरंगा फहराया। इस लेख में हम जानेंगे कि मोदी जी ने कैसे इस मामले में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को पीछे छोड़ा और अब वे नेहरू और इंदिरा गांधी के बाद तीसरे स्थान पर हैं।
मोदी जी का 11वां तिरंगा: एक नया रिकॉर्ड
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 अगस्त, 2024 को अपने तीसरे कार्यकाल में पहली बार लाल किले से तिरंगा फहराया। यह उनका लगातार 11वां मौका था जब उन्होंने देश के सबसे पुराने किले से राष्ट्रीय ध्वज फहराया। इस कदम के साथ, मोदी जी ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को पीछे छोड़ दिया, जिन्होंने अपने 10 साल के कार्यकाल में 10 बार यह सम्मान पाया था।
तिरंगा फहराने का इतिहास
लाल किले से तिरंगा फहराने का रिवाज भारत की आजादी के साथ ही शुरू हुआ। सबसे पहले यह सम्मान पंडित जवाहरलाल नेहरू को मिला था। नेहरू जी ने अपने लंबे कार्यकाल में 17 बार लाल किले से तिरंगा फहराया। उनके बाद इंदिरा गांधी का नंबर आता है, जिन्होंने 16 बार यह गौरव हासिल किया।
अब मोदी जी तीसरे नंबर पर आ गए हैं। उन्होंने मनमोहन सिंह के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ दिया है। अगर मोदी जी अपने तीसरे कार्यकाल को पूरा करते हैं, तो वे इंदिरा गांधी के रिकॉर्ड की बराबरी कर सकते हैं।
तिरंगा फहराने की रस्म
प्रधानमंत्री का दिन राजघाट पर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि देने से शुरू होता है। फिर वे लाल किले पहुंचते हैं। वहां उनका स्वागत रक्षा मंत्री और अन्य बड़े अधिकारी करते हैं। इसके बाद प्रधानमंत्री सलामी गारद का निरीक्षण करते हैं।
गारद में सेना, नौसेना, वायु सेना और दिल्ली पुलिस के जवान होते हैं। इस साल कुल 24 जवान थे। हर साल एक अलग सेना इस गारद का नेतृत्व करती है। इस बार यह मौका नौसेना को मिला।
निरीक्षण के बाद, प्रधानमंत्री लाल किले की दीवार पर चढ़ते हैं। वहां से वे तिरंगा फहराते हैं और देश को संबोधित करते हैं।
इस तरह, हर साल 15 अगस्त को लाल किले से तिरंगा फहराने की परंपरा हमारे देश की आजादी और एकता का प्रतीक बन गई है।
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